राजनांदगांव

मोहला-मानपुर के अंदरूनी गांवों में नारायणपुर हिंसा पर प्रशासन अलर्ट
05-Jan-2023 1:44 PM
मोहला-मानपुर के अंदरूनी गांवों में नारायणपुर हिंसा पर प्रशासन अलर्ट

उत्तरी बस्तर से सटे गांवों के आदिवासियों ने अपनाया ईसाई धर्म ?
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 जनवरी।
मोहला-मानपुर के अंदरूनी गांवों में नारायणपुर हिंसा पर प्रशासन अलर्ट हो गया है। इसके पीछे भीतरी गांवों में कई परिवार के  आदिवासियों का ईसाई धर्म अपनाना है।  पुलिस ने ऐसे कुछ गांवों को चिन्हांकित किया है, जहां बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोगों ने ईसाई धर्म को मानना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि ईसाई धर्म अपनाने वालों में सूबे की सरकार में एक बड़े ओहदे में क्षेत्रीय महिला जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं।

उनके सुपुत्र ईसाई धर्म अपनाने के बाद इलाके में बतौर पास्टर धर्म का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। कुछ सालों पहले महिला जनप्रतिनिधि को परिवार समेत आदिवासी समाज ने हुक्कापानी बंद कर दिया था। बताया जा रहा है कि मोहला-मानपुर इलाके में धर्म बदलकर आदिवासियों ने ईसाई धर्म के प्रति जुड़ाव दिखाया है। यही कारण है कि कई ऐसे गांव हैं जहां आसपास के चर्चों में खुलकर आदिवासी प्रार्थना और अन्य सामाजिक गतिविधियों में भाग ले रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि उत्तरी बस्तर कांकेर के सरहदी गांव के आदिवासी ईसाई धर्म के आधार पर धार्मिक रिवाज  को मान रहे हैं।

सूत्रों का कहना है कि आदिवासी बाहुल्य मुरारगोटा  में 50 फीसदी परिवार ने ईसाई धर्म के प्रति आस्था बना ली है। वहीं गुबियागढ़, बोदरा, दोरबा, कहगांव, दोरदे, हुरेली, पेंदोड़ी, राजकट्टा व सरखेड़ा इलाके में भी ईसाई धर्म मानने वालों की संख्या बढ़ी है। बताया जा रहा है कि इस इलाके में भी आदिवासियों के ईसाई धर्म अपनाने को लेकर समाज में दो फाड़ की स्थिति बन गई है।
ईसाई बन चुके परिवारों को एक तरह से अलग-थलग भी किया जा रहा है। ईसाई धर्म के प्रचारकों का इस क्षेत्र में लंबे समय से पैठ रहा है। सुदूर गांवों में मानवीय सेवा के नाम पर कथित रूप से प्रचारक ईसाई धर्म अपनाने के लिए अभियान भी चला रहे हैं। पुलिस के पास ऐसे कुछ गांव की सूची भ्ी है, जहां धर्मांतरण के नाम पर तनाव भी फैल सकता है।

नारायणपुर में हुए हिंसा के बाद एमएमसी पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है। इस संबंध में एसपी वाय. अक्षय ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि पुलिस के पास ऐसे गांव की सूची है, जहां तनाव फैलने का अंदेशा है। जवानों को इलाके में नजर रखने हिदायत दी गई है। यहां यह बता दें कि उत्तर बस्तर से एमएमसी जिले का एक बड़ा हिस्सा जुड़ा हुआ है। दोनों जिलों से बड़े पैमाने पर लोगों का आवाजाही के जरिये संपर्क रहता है। घटना के मद्देनजर गांवों में एमएमसी पुलिस ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं।
 

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