राजनांदगांव

रूरल इंडस्ट्रियल पार्क से ग्रामीण उद्यमिता को मिलेगा बढ़ावा- कलेक्टर
05-Jan-2023 3:27 PM
रूरल इंडस्ट्रियल पार्क से ग्रामीण उद्यमिता को मिलेगा बढ़ावा- कलेक्टर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 जनवरी।
कलेक्टर डोमन सिंह ने बुधवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में कृषि एवं इससे जुड़े अन्य विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। कलेक्टर सिंह ने कहा कि किसानों की आर्थिक उन्नति के लिए यह जरूरी है कि कृषि एवं उससे जुड़े उद्यानिकी, मत्स्य, पशुपालन, कृषि विज्ञान केन्द्र, रेशम, खादी ग्रामोद्योग, कौशल विकास, क्रेडा सहित अन्य विभाग समन्वित तरीके से कार्य करें। जिले में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना की जा रही है। इसके लिए सभी आवश्यक तैयारी रखें। महिला स्वसहायता समूह, युवाओं तथा लघु उद्यमी का चिन्हांकन कर लें और उन्हें प्रशिक्षण देने का कार्य प्रारंभ करें।

शासन की सुराजी गांव योजना के तहत रीपा के माध्यम से ग्रामीण उद्योग तथा उद्यमिता को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिससे स्थानीय स्तर पर ही कच्चे माल एवं स्रोत का उपयोग करते गौठानों में उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने उद्यानिकी विभाग द्वारा गौठानों में सामुदायिक बाड़ी, चारागाह के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि हर विकासखंड में चेतना केन्द्र हैं। इसकी देखरेख करके ज्यादा बेहतर किया जा सकता है। सामुदायिक बाड़ी में जहां आवश्यकता हो वहां ड्रिप पद्धति से सिंचाई की व्यवस्था करने कहा। उन्होंने हर विकासखंड की नर्सरी को व्यवस्थित और अच्छा करने के निर्देश दिए।

कलेक्टर सिंह ने कहा कि कोदो, कुटकी, रागी के उत्पादन को शासन द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है। कृषि विभाग द्वारा इस पर विशेष ध्यान देते कार्य करने की आवश्यकता है। जिंक राईस एवं अन्य लघु धान्य फसलों की पैकेजिंग एवं ब्रांडिग का भी कार्य किया जा सकता है। ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को फील्ड में कार्यों में तेजी लाने की आवश्यकता है। किसानों द्वारा जिले में व्यापक पैमाने पर पैरादान किया जा रहा है। पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था हेतु पैरा शेड तथा कांजी हाऊस में सुरक्षित रखें। पशुओं के चारों के लिए नेपियर घास की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि पशुपालन विभाग द्वारा मुर्गीपालन, बतखपालन, बकरीपालन को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य करने की जरूरत है। किसानों के लिए बैकयार्ड पोल्ट्री फार्म बनाएं। शासन की योजनाओं का क्रियान्वयन करते हुए किसानों को कृषि से संबंद्ध अन्य गतिविधियों में जोडऩे तथा ऋण की उपलब्धता के लिए बैंक लिंकेज करने की आवश्यकता है। उन्होंने मत्स्य विभाग को गौठानों में बायोफ्लॉक तथा  डबरी निर्माण करने के लिए कहा। उन्होंने मछली घर के निर्माण के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने समूह की महिलाओं को गौठानों में मसाला मशीन, आटा मिल उपलब्ध कराएं। विभिन्न उत्पादों के प्रोसेसिंग यूनिट भी लगाए जा सकते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में रेशम पालन एवं हथकरघा उद्योग को प्रोत्साहन देने की आवश्यकता है।

जिला पंचायत सीईओ अमित कुमार ने कहा कि रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के अंतर्गत 4 विकासखंड में समूह की महिलाओं, युवा मितान क्लब सदस्य तथा लघु उद्यमियों का चयन कर लिया गया है तथा प्रशिक्षण का कार्य भी प्रारंभ कर रहे है। उन्होंने बताया कि गौठान में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में रीपा अंतर्गत मसाला प्रोसेसिंग यूनिट, हेचरी यूनिट, पेपर कप एवं दोना पत्तल निर्माण, हथकरघा वस्त्र निर्माण, सोयाबीन बड़ी निर्माण, तेल प्रोसेसिंग यूनिट, फ्लाई ऐश ब्रिक्स निर्माण एवं पेवर ब्लॉक निर्माण, पशुआहार, मुर्गीदाना, मछली दाना निर्माण, चना प्रसंस्करण यूनिट जैसी गतिविधियां संचालित की जाएगी।

इस अवसर पर सहायक संचालक उद्यानिकी राजेश शर्मा, सहायक संचालक कृषि टीकम ठाकुर, कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. बीरबल राजपूत, मत्स्य, पशुपालन विभाग एवं अन्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

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