रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 मार्च। छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय आवाहन पर हड़ताल धरना का आयोजन रायपुर तूता स्थित धरना स्थल पर 1 मार्च को आयोजित किया गया। दोपहर 3 बजे धरना स्थल तूता से मुख्यमंत्री निवास घेराव के लिए निकले थे, जिसे पुलिस प्रशासन के द्वारा रेलवे क्रॉसिंग ओवर ब्रिज के पास बैरिकेड लगाकर रोक दिया गया। कर्मचारी संघ अपनी मांगों को लेकर लगभग 1 घंटे तक प्रदर्शन करते रहे द्य शासन प्रशासन के द्वारा सकारात्मक पहल नहीं होने के कारण स्कूल सफाई कर्मचारी संघ अनिश्चितकालीन काम बंद हड़ताल पर रहेंगे।
स्कूल सफाई कर्मचारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष संतोष खांडेकर, प्रवक्ता प्रदीप वर्मा, संरक्षक विजय कुमार झा व राजेंद्र साहू ने बताया है कि 6 मार्च के बजट में मांगे पूरी नहीं होने पर 10 मार्च को विधानसभा घेराव किया जाएगा द्य हड़ताल धरना प्रदर्शन के दौरान प्रांत अध्यक्ष संतोष खंडेकर, मीडिया प्रभारी प्रदीप वर्मा,बेमेतरा जिला अध्यक्ष अशोक मांडले,बालोद जिला अध्यक्ष महेंद्र चंद्राकर,बिलासपुर जिला अध्यक्ष संतोष नवरंग, मरवाही जिला अध्यक्ष चेतराम धुर्वेराम, बलौदाबाजार उपाध्यक्षष निक्कू बघेल,जांजगीर-चांपा जिला अध्यक्ष प्रदेश प्लंगे, कांकेर उपाध्यक्ष रतन राय,नारायणपुर जिला अध्यक्ष तिलशू यादव,प्रांत सचिव भीम कुमार पटेला,रायपुर जिला सचिव गोकर्ण जांगड़े,बसंत पात्रे,सहित हजारों की संख्या में कर्मचारी उपस्थित थे।
आंदोलनकारियों की सभा को कर्मचारी नेता विजय कुमार झा एवं तृतीय वर्ग के संरक्षक अजय तिवारी ने संबोधित कर प्रदेश में व्याप्त भेदभाव की नीति की निंदा की है। श्री झा ने कहा है कि 2 मार्च के बजट सत्र में मुख्यमंत्री द्वारा नियमित कर्मचारियों के लिए यह कहा जाना कि 2019 में कमेटी का गठन हुआ 2020 में पहली बार बैठक हुई विभागों से जानकारी नहीं आया है। इससे स्पष्ट है सरकार बनने के 10 दिन के बाद नियमितीकरण की कार्यवाही की घोषणा वादाखिलाफी है तथा स्वयं मुख्यमंत्री की स्वीकारोक्ति है कि अभी भी 28 विभागों से जानकारी अप्राप्त है। इससे स्पष्ट है कि नियमितीकरण के लिए सरकार कितनी गंभीर है तथा छत्तीसगढ़ के अनियमित कर्मचारियों को कैसे छला जा रहा है।