सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,10 अप्रैल। सरगुजा के सामाजिक संस्थाओं की एक महत्वपूर्ण बैठक अम्बिकापुर स्थित ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में रखी गई। जिसमें सरगुजा पुलिस द्वारा नशा मुक्ति के लिए चलाए जा रहे नवा बिहान अभियान, सरगुजा की सामाजिक संस्थाओं की एकजुटता, शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में गठित समितियों में सामाजिक कार्यकर्ताओं की भूमिका सहित संस्थाओं को समय के साथ नवीन बदलाव करते हुए कैसे नये कार्यों एवं समस्याओं के प्रति तैयार किया जाये, इस पर सभी ने चर्चा की।
कार्यक्रम के प्रारंभ में जिले के एडिशनल एसपी विवेक शुक्ला ने पुलिस विभाग एवं एनजीओ के सहयोग से चलाए जा रहे नशा मुक्ति हेतु गठित नवा बिहान कार्यक्रम की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति के लिए निचले स्तर से कार्य करने की आवश्यकता है। सामाजिक भागीदारी बेहद जरूरी है।पुलिस विभाग कई कार्यों में व्यस्तता के कारण इस पर जितना समय देना चाहिए नहीं दे पाती, ऐसे में सामाजिक संस्थाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण है। यही कारण है कि संयुक्त प्रयास से यह पूरा कार्यक्रम चल रहा है। सामाजिक संस्थाओं सहित ब्रम्हकुमारी एवं गायत्री परिवार के मार्गदर्शन में कई व्यक्तियों एवं परिवारों का काउंसलिंग कर नशे को दूर किया गया है, शुरुआती समय में यह अभियान काफी अच्छा चल रहा था, किन्तु कुछ समय से उतना असर नहीं दिख रहा है। इसलिए जिले के अन्य सामाजिक संस्थाओं को इसमें जोड़ कर इस कार्यक्रम को विस्तृत करने की योजना है, जिससे कि काफी अच्छा कार्य हो सके और उसका प्रभाव समाज में दिखे। आप सब आज जो भी जानकारी अथवा सुझाव देंगे वह हमारे लिए बेहद अहम होगा। हम सब आगे इस पर मिल कर कार्य करेंगे।
कार्यक्रम में समाजसेवी वंदना दत्ता ने अम्बिकापुर के कई ऐसे क्षेत्रों की जानकारी साझा की, जहां नशा के बाद मुहल्ले की स्थिति खराब हो जाती है। कंपनी बाज़ार, गाड़ा घाट सहित अन्य स्थलों पर लगातार पेट्रोलिंग बढ़ाने पर जोर दिया।
धरोहर संस्था के सुरेंद्र तिवारी ने पान ठेलों के पीछे बने ओपन एरिया को खाली कराने और वहां सिगरेट, शराब सहित अन्य नशीले पदार्थ के बढ़ते मामलों सहित पीजी कॉलेज में शाम होते ही नशा करते लोगों पर लगाम लगाने आवश्यक कार्यवाही की बात करते हुए ग्राऊंड के चारों ओर लाईटिंग की व्यवस्था की बात कही।
राइड संस्था के अनिल द्विवेदी ने कहा कि संस्थाओं को समय के साथ-साथ अपडेट करने की आवश्यकता है, इस पर जरूरी बातें रखते हुए उन्होंने जिला प्रशासन खासकर कलेक्टर से सामाजिक संस्थाओं के पुराने संबंध एवं अब के अंतर को लेकर चर्चा की।
उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक संगठन एकजुट रहें और लगातार अपनी समस्याओं को लेकर सामूहिक चर्चा करें तो अवश्य सकारात्मक हल निकलेगा। वहीं उन्होंने कहा कि सरकार शराब बनाती भी है, बेचती भी है फिर बैठ कर पीने की व्यवस्था भी करे, ताकि मुहल्लों में जो स्थिति निर्मित होती है उस पर लगाम लग सके।
कार्यक्रम का संचालन चिराग सोशल वेलफेयर सोसायटी के निदेशक मंगल पांडेय एवं अनिल कुमार मिश्रा मुख्य कार्यकारी छत्तीसगढ़ प्रचार एवं विकास संस्थान ने की। इस दौरान सरगुजा के विभिन्न संस्थाओं से पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता काफी संख्या में जुटे।