जशपुर
अभ्यारण्य के वन्य प्राणी प्यासे, जानवरों के लिए आपातकाल के लिए संग्रहित था पानी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 31 मई। जशपुर जिले के बगीचा विकास खण्ड में स्थित बादलखोल वन अभयारण्य स्थित गायलूंगा गांव के पास लुम्बालता में जंगली जानवरों के पीने के पानी की व्यवस्था करने में लाखों खर्च कर स्टॉप डेम निर्माण कराया गया, लेकिन अज्ञात बदमाशों ने मछली मारने की ललक से डेम का सारा पानी को बहा दिया।
वन विभाग द्वारा जंगल में सैकड़ों तालाब, स्टॉप डेम , जंगली जानवरों के लिए बनाए गए हैं, जिनकी देखरेख का जिम्मा भी विभागीय कर्मचारियों का है। बादलखोल अभ्यारण के बीच लुम्बालता में भी स्टॉप डेम बना है। 29 मई को दोपहर डेम में बने लकड़ी के गेट को खोलकर लाखों लीटर पानी को बहा दिया गया। आंशका जताई जा रही कि केवल मछली मारने के लिए बहा दिया गया। घटना की सूचना वन विभाग को जैसे मिली मौके पर निरीक्षण किया। और वन विभाग ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञात हो कि जंगल की सुरक्षा और गश्त के लिए हर बीट गार्ड्स की ड्यूटी लगाई जाती है। जेठ के महीने में जहां एक तरफ शहरों में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। और ग्रामीण क्षेत्रों में लोग कोसों दूर से पानी लाने को मजबूर हैं। वहीं प्रदेश में भीषण गर्मी में आपातकाल हेतु डेमो में पानी का संग्रहण किया गया है, लेकिन उन पर प्रशासन का नियंत्रण नहीं है। इसी का नतीजा है। शरारती तत्वों के द्वारा डेम का सारा पानी बहा दिया गया।
लुम्बालता अभ्यारण्य के जीव पानी के लिए तरस रहे हैं। विदित हो कि यह क्षेत्र जंगली हाथियों का रहवास भी है। ऐसे में हाथियों के प्यास के चलते पानी की तलाश में गांवों की ओर आने की भी आशंका बढ़ गई है।