महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 5 जुलाई। जिले भर के स्कूलों में गुरु पूर्णिमा पर कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। जिले के शासकीय हाई स्कूल लाफि नखुर्द में गुरु पूर्णिमा पर जागेश्वर चंद्राकर जिला पंचायत सदस्य महासमुंद के मुख्य आतिथ्य एवं लोमस साहू अध्यक्ष शाला प्रबंधन एवं विकास समिति की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित हुआ। यहां 5 दीपक जलाकर दीप यज्ञ के माध्यम से आहुति देकर गुरु पूजन किया गया। उसके पश्चात रेशमी, झामिन पटेल एवं अन्य बच्चों ने गुरु की महिमा पर अपने विचार रखें।
खरोरा मिडिल स्कूल में गुरु पूर्णिमा पर राज्यपाल पुरस्कृत शिक्षक रामकुमार साहू का सम्मान किया गया। पूर्व माध्यमिक शाला खरोरा में आयोजित गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि की आसंदी से राज्यपाल पुरस्कृत सेवानिवृत्त शिक्षक रामकुमार साहू मौजूद थे। उन्होंने वेद और पुराणों के प्रेरक प्रसंग के माध्यम से कहा कि गुरू कभी साधारण नहीं होता। प्रलय और निर्माण उसकी गोद में पलते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सरपंच सुनीता देवदत्त चन्द्राकर ने कहा कि प्राचीन काल से ही पृथ्वी में गुरु का सर्वश्रेष्ठ योगदान रहा है। शिक्षक डोमार राम साहू ने कहा कि शिक्षक अथवा गुरु ही समाज का दर्पण होता है। शिक्षक के कर्म उनके शिष्यों में परिलक्षित होता है। शिक्षक दुबे कुमार पटेल ने आचार्य चाणक्य का उदाहरण देते हुए कहा किस तरह उन्होंने चन्द्रगुप्त को सामान्य बालक से सम्राट बना दिया था।
इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा गुरु महिमा के गीत, दोहे, भाषण, नृत्य व प्रेरक प्रसंगों की प्रस्तुति दी गई।