कोण्डागांव

जैविक कृषि और खानपान में मिलेट्स का उपयोग समय की जरुरत- मतलाम
16-Jul-2023 8:57 PM
जैविक कृषि और खानपान में मिलेट्स का उपयोग समय की जरुरत- मतलाम

  फरसगांव में जैविक कृषि मेला और मिलेट कार्निवाल  

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 

कोंडागांव, 16 जुलाई।कोंडागांव जिला प्रशासन के सहयोग से कृषि विभाग द्वारा शनिवार को फरसगांव में जैविक कृषि मेला और मिलेट कार्निवाल का आयोजन किया गया। 

इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित जिला पंचायत के अध्यक्ष देवचंद मतलाम ने कहा कि आज के दौर में जैविक पद्धति से कृषि और लघु धान्य फसलों का उपयोग समय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अच्छी सेहत के लिए मिलेट्स का सेवन जरुरी है, वहीं भूमि की अच्छी सेहत के लिए जैविक कृषि पद्धति को अपनाना भी जरुरी है। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज सदियों से जैविक पद्धति से कृषि कर रहे थे और उन्होंने उर्वरता से भरपूर भूमि हमें कृषि कार्य के लिए विरासत के तौर पर सौंपी, वहीं हमारी पीढ़ी अधिक उपज के लालच में धड़ल्ले से रासायनिक खाद का उपयोग कर रही है, जिसके कारण शुरुआत में उपज में वृद्धि दिखी है, वहीं अब यह वृद्धि स्थिर होने के साथ ही कुछ क्षेत्रों में कमी भी आने लगी है। इसके विपरीत जैविक पद्धति से की गई कृषि में उपज में कभी कमी नहीं आती। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी के लिए भूमि का संरक्षण भी जरुरी है, जो जैविक कृषि के माध्यम से ही संभव है।

उन्होंने कहा कि रासायनिक खाद के अधिक उपयोग से जहां मिट्टी खराब हो रही है, वहीं मानव भी इसके सेवन के दुष्परिणाम अनेक प्रकार के शारीरिक रोगों के रुप में भुगत रहा है। रासायनिक खाद और कीटनाशक का अधिक उपयोग कीटों के साथ मानव पर भी पड़ा है मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर आदि बीमारियां बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा कि आज के दौर में स्वस्थ रहने के लिए अच्छा खानपान बहुत ही अधिक आवश्यक है। हमारे पूर्वज स्वस्थ रहने के लिए कोदो-कुटकी, मंडिया आदि का सेवन करते थे, जिन्हें गरीबों का भोजन कहा जाता था। कोदो में यह गुण है कि यह कई बरसों तक सुरक्षित रहता है, जिसके कारण इसे अकाल जैसी विपरीत परिस्थितियों में उपयोग के लिए सुरक्षित रखा जाता था। यह कई प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर होने के साथ ही मधुमेह रोगियों के लिए भी लाभदायक सिद्ध हुआ है। उन्होंने कहा कि मिलेट्स के इन्हीें गुणों के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी मांग बढ़ गई है, जो किसानों के लिए फायदेमंद है। उन्होंने किसानों का मिलेट्स का उत्पादन करने के साथ ही इसका सेवन करने की अपील भी की। 

इस अवसर पर यहां रागी, कोदो-कुटकी के उन्नत किस्मों के बीज, रागी से तैयार आटा, कोदो-कुटकी से तैयार चावल, के साथ ही रागी आटा से तैयार विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का प्रदर्शन किया गया। यहां रागी से निर्मित पेय तथा केक भी परोसा गया।

इस अवसर पर जिला पंचायत के कृृषि समिति की सभापति  प्रमिला मरकाम, जिला पंचायत सदस्य मनीता नेताम, नगर पंचायत अध्यक्ष गणेश दुग्गा, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष  सुकलाल मरकाम, जन पंचायत कृषि समिति के सभापति  बालसाय नेताम, प्रगतिशील कृषक दयाराम नेताम तथा कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. बीरबल साहू ने भी संबोधित किया। 

कार्यक्रम में अनुविभागीय दण्डाधिकारी सीमा ठाकुर, कृषि विभाग के उप संचालक  डीपी तांडे, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी  आनंद नेताम सहित कृषि विभाग और कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारी-कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में कृषकगण उपस्थित थे।

अन्य पोस्ट

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news