कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 17 जुलाई। सर्व आदिवासी समाज के प्रांतीय आह्वान पर 20 जुलाई को समस्त जिला मुख्यालयों में आदिवासी समाज के द्वारा जेल भरो आंदोलन किया जाएगा। इस आंदोलन की तैयारी के लिए मंगलवार को दोपहर 2 बजे से गोंडवाना भवन कनेरा रोड कोण्डागांव में जिला स्तरीय सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारियों की बैठक आहुत की गई है। इस बैठक में प्रांत से जो निर्देश प्राप्त हुए हैं, उसके संबंध में विस्तार से चर्चा की जाएगी, ताकि इस आंदोलन को सफल बनाया जा सके।
जिला अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज बंगाराम सोढ़ी ने बताया कि जेल भरो आंदोलन मुख्य रूप से तीन बिंदुओं पर किया जाएगा। पहला-छत्तीसगढ़ प्रांत के अनुसूचित क्षेत्रों में शत प्रतिशत स्थानीय भर्ती को लेकर कई चरणों में आंदोलन किया गया, लेकिन अभी तक सरकार के द्वारा कोई पहल नहीं किया जा रहा है। दूसरा-पेशा कानून के नियमों में संशोधन हेतु सर्व आदिवासी समाज के द्वारा विभिन्न प्रस्ताव दिए जाने के उपरांत भी सरकार के द्वारा पेसा नियमों में संशोधन नहीं किया जा रहा है बल्कि ग्रामसभा को और कमजोर किया जाकर सरकार अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रही है। तीसरा- केंद्र सरकार के द्वारा समान नागरिक संहिता कानून पूरे देश में लागू करने की तैयारी कर रहा है, जो कि आदिवासी समाज के लिए हितकारी नहीं है। आदिवासी समाज के रीति रिवाजों रहन-सहन और उनके रूढिग़त परंपराओं पर आधारित नीति नियमों पर असर पड़ेगा, इससे समाज के रहन-सहन और उनकी संस्कृति प्रभावित होगी, इसलिए इस कानून का विरोध किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में कई चरणों में आंदोलन करने के पश्चात भी सरकार के द्वारा सकारात्मक पहल नहीं करने के कारण जेल भरो आंदोलन की तैयारी की जा रही है।
बंगाराम सोढ़ी ने सर्व आदिवासी समाज जिला कोंडागांव के सामान्य प्रभाग कर्मचारी प्रकोष्ठ महिला प्रकोष्ठ युवा प्रभाग के समस्त पदाधिकारियों से अपील की कि इस बैठक में उपस्थित होकर अपना सहयोग प्रदान करें जिससे आदिवासी समाज को 20 जुलाई को जेल भरो आंदोलन में शत प्रतिशत सहयोग मिल सके और इस आंदोलन को सफल बनाया जा सके।