धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरूद, 18 जुलाई। नगर पंचायत कुरुद में सामान्य सभा की बैठक बार-बार निरस्त होने के बाद 19 जुलाई की नई तिथि तय की गई है।
पहले 10 फिर 11 जुलाई को बैठक की सूचना पर पहुंचे पार्षदों ने घंटों इंतजार किया, पर अध्यक्ष के न आने पर सीएमओ ने बैठक स्थगित कर दी। इस बात को लेकर पक्ष विपक्ष के पार्षदों ने कड़ी आपत्ति जताते हुए अफसरों को खूब खरी-खोटी सुनाई थी। बैठक की नई तारीख को लेकर भी सदस्यों में भारी मतभेद है।
गौरतलब है कि कांग्रेस शासित नगर पंचायत कुरुद में विगत कुछ महीनों से सामान्य सभा की बैठक नहीं हो पा रही है। जिससे नगर विकास एवं जनहित से जुड़े काम अटक गए हैं। इस गतिरोध को दूर करने 10 फिर 11 जुलाई को बैठक बुलाई गई। निर्धारित समय पर अधिकांश पार्षद पहुंच गए, लेकिन काफी इंतजार के बाद भी अध्यक्ष नहीं पहुंच तो सीएमओ ने बैठक स्थगित कर दिया।
अधिकारी के इस फैसले से भडक़े नेता प्रतिपक्ष भानु चंद्राकर ने कहा कि चार बार अकारण परिषद बैठक कैंसल कर संविधान से खिलवाड़ किया जा रहा है, नगर पंचायत अध्यक्ष जनादेश की अनदेखी कर रेतखदान वाले गांवों की सरपंची कर रहे हैं, उनके पास नगर विकास एवं समस्या सुलझाने का वक्त नहीं है। सत्ता पक्ष के कुछ वरिष्ठ सदस्यों ने भी नाराजगी जताते हुए कहा कि नगर में व्याप्त अनगिनत समस्या के लिए लोग उन्हें फोन करते हैं, परिषद का हाल देख कर अब उन्होंने नागरिकों का फोन उठाना बंद कर दिया है। कुछ पार्षदों ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता, बिजली, पेयजल, सफाई की बदहाली को लेकर भी आक्रोश जताया।
19 जुलाई को प्रस्तावित बैठक के संबंध में भाजपा पार्षद भानु चंद्राकर ने कहा कि मैं अभी बैजनाथ धाम की यात्रा पर हूं, सत्तापक्ष के एक वरिष्ठ सदस्य के घर पर वृहद धार्मिक आयोजन हो रहा है, जिसमें कुछ और पार्षद भाग लेंगे। जानबूझकर बैठक को उसी दिन रखा गया है, ताकि विरोध में कोई आवाज ना उठा सकें।
इस बारे में नपं अध्यक्ष तपन चंद्राकर का कहना है कि अपरिहार्य कारणों से पिछली कुछ बैठक स्थगित करनी पड़ी, बुधवार को होने वाली बैठक की सूचना सभी सदस्यों को पहले ही दे दी गई है, जितने भी सदस्य उपस्थित होंगे उनके साथ विचार विमर्श कर विकास कार्यों से जुड़े प्रस्ताव को मंजूरी दी जाएगी। विपक्ष या विरोध से डरकर बैठक कैंशिल करने का आरोप बेबुनियाद है हम नगर विकास के काम में सभी से सकारात्मक सहयोग की अपेक्षा रखते हैं।