धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरूद, 21 जुलाई। वन या निर्जन स्थान ही एकांत नहीं होता, एकांत मन में होना चाहिए, सच्चे मन से की गई भक्ति से ही प्रभु की प्राप्ति होती है। उक्त बातें रामकथा सुनाते हुए रामस्वरूपाचर्य ने व्यास पीठ से कहीं। उन्होंने भक्ति-शक्ति-मुक्ति का अर्थ समझाते हुए बताया कि सच्ची भक्ति से जीवन जीने की शक्ति प्राप्त होती है और अच्छा जीवन जीकर ही मुक्ति मिलती है।
नीलम फ्रैंड्स क्लब संरक्षक नीलम चंद्राकर द्वारा आयोजित पांच दिवसीय रामकथा एवं रुद्राभिषेक कार्यक्रम में चित्रकूट धाम से पधारे कथावाचक जगद्गुरु महराज के श्रीमुख से राम कथा सुनने रोज़ हजारों की भीड़ उमड़ रही है। जिसमें कुरूद एवं ग्रामीण क्षेत्र के अलावा धमतरी, महासमुंद दुर्ग आदि स्थानों से भी श्रद्धालु शामिल हैं।
शुक्रवार को रोज़ की तरह पुराने मंडी परिसर में सजे भव्य राम दरबार में सुबह पुरे विधि विधान से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक किया गया। जिसमें मंडी अध्यक्ष नीलम चन्द्राकर, जिला पंचायत सभापति तारिणी चन्द्राकर, पार्षद रजत चन्द्राकर सहित सैकड़ों शिवभक्तों ने भाग लिया। कथा के दूसरे दिन रामजन्मोत्सव की मनमोहक झांकी प्रस्तुत कि गई जिसे देख उपस्थित श्रद्धालु भाव विभोर होकर नाचने लगे।
स्वामी जी ने बताया कि प्रभु श्रीराम अपने चारों स्वरूपों के साथ पृथ्वी लोक में प्रकट हुए। चारो भाई राम लखन भरत शत्रुघ्न चतुर्भुज भगवान श्रीहरी के स्वरूप है। अर्थ, धर्म,काम, मोक्ष यही भूमंडल का परम सत्य है। उन्होंने कहा कि जिस दिन पूरा परिवार भगवान राम के प्रति समर्पित हो जाएगा, उस दिन वह परिवार अयोध्या धाम प्रवासी हो जाएगा और घर अयोध्या धाम हो जाएगा, इसलिए प्रभु के प्रति सदैव समर्पित रहो।
कथा सुनने छत्तीसगढ़ दुग्ध महासंघ अध्यक्ष विपिन साहू, जिला पंचायत अध्यक्ष कांति सोनवानी, आलोक जाधव, श्याम साहू, सुरेंद्र सिन्हा, बनवारीलाल महावर, मोहन हरदेल, कमलेश तिवारी, चूड़ामानी कामडे, मोतीलाल सिन्हा, रामू बाजपई, बिसोहा साहू, तोरण साहू, गोपीकिशन साहू, दीनानाथ साहू, सोमनाथ साहू, अनुज चंद्राकार, पुराणिक साहू, रामलाल साहू , मुरलीधर केला, अनिल निर्मलकर, डा. ओपी चन्द्राकर, नारद साहू, मुकेश साहू , भरतलाल साहू, विशाखा साहू, अरुण केला, सुरेश केला सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे।