बीजापुर
कहा- संस्था में फैली अव्यवस्था, मच्छरदानी तक उपलब्ध नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 26 जुलाई। तीन दिन पहले चिन्नाकोडेपाल पोटाकेबिन के एक छात्र की मलेरिया से मौत होने की खबर के बाद पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा ने उक्त पोटाकेबिन का दौरा कर वहां के हालात से रूबरू हुए।
पूर्व मंत्री महेश गागड़ा बुधवार को चिन्नाकोडेपाल पोटाकेबिन का दौरा कर छात्र की मौत को लेकर उन्होंने विभागीय लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने प्रेस को अपने जारी बयान में कहा कि संस्था में अव्यवस्था फैली हुई है। परिसर में जहां गंदगी व साफ सफाई का अभाव है, तो वहीं यहां के शयनकक्ष में छात्रों के लिए न ही मच्छरदानी है और न ही अन्य सामाग्री उपलब्ध हैं।
गागड़ा ने जारी बयान में अधीक्षक पर लापरवाही बरतने व ध्यान न देने का आरोप लगाया है। गागड़ा ने बताया कि छात्र की तबियत बिगडऩे पर उसने रात में अधीक्षक को उठाने का प्रयास किया, परन्तु अधीक्षक ने नजरअंदाज कर दिया।
अगले दिन छात्र की तबियत जब ज्यादा बिगड़ी तो छात्र को आनन फानन में अस्पताल लाया गया और उसे परिजनों को सौंप दिया गया।
गागड़ा ने आरोप लगाया है कि छात्र की मौत विभागीय लापरवाही बरतने के चलते हुई है। उन्होंने जिला प्रशासन से संबंधितों पर कार्रवाई की मांग की हैं। उन्होंने कहा कि चिन्नाकोडेपाल में आज तक मच्छरदानी उपलब्ध नहीं कराई गई है।