सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उदयपुर, 17 सितंबर। रविवार को अंबिकापुर-बिलासपुर नेशनल हाईवे के समीप 11 हाथियों का दल पहुंच गया। हाथियों को देखने लोगों की भीड़ जमा हो गई। रेंजर गजेंद्र दोहरे व वन अमला हाथियों की निगरानी में लगा हुआ है।
हाथियों का दल धान की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हंै। वन विभाग लोगों को हाथियों के नजदीक जाने से मना कर रहे हैं। शाम 6 बजे समाचार लिखे जाने तक गजदल एनएच किनारे अलकापुरी उदयपुर में खेत में विचरण रहे हैं।
ईंट लोड 407 वाहन का दरवाजा तोड़ा, जान बचाकर भागे चालक-मजदूर
11 हाथियों का दल एक सप्ताह से उदयपुर वन परिक्षेत्र में सक्रिय है। लगातार किसानों की धान की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हंै। अब तक साठ से अधिक किसानों की लगभग 7 हेक्टेयर फसलों को नुकसान पहुंचा चुका है। तीन किसानों की घरों को आंशिक रूप से तोड़ चुका है। हाथियों ने शुक्रवार को केदमा रोड पर ललमटिया घाट के पास दोपहर करीब तीन बजे ईंट लोड 407 वाहन के गेट को बुरी तरह से क्षति ग्रस्त कर बोनट को भी नुकसान पहुंचाया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त वाहन उदयपुर से मानपुर पंचायत भवन ईंट लोड करके जा रहा था, इसी दौरान ड्राइवर ने देखा कि हाथियों का दल सडक़ पार कर रहा है। तब सुरक्षा की दृष्टि से ड्राइवर गाड़ी को लगभग 50 मीटर दूर रोक दिया, तब हाथियों ने गाड़ी की ओर रुख कर लिया। हाथियों को अपनी ओर आता देख वाहन चालक गाड़ी से उतरा और गाड़ी में बैठे लेबरों को वहां से भागने को कहा। जब तक 11 हाथियों का दल वाहन तक पहुंचता, तब तक चालक और लेबर वहां से अपनी जान बचाकर भाग चुके थे। गाड़ी के समीप आकर हाथियों ने गाड़ी के गेट और बोनट को तोड़ दिया ।
वन अमला डीएफओ टी. शेखर के नेतृत्व में घटना स्थल पहुंच कर जायजा लिया तथा वाहन मालिक को मुआवजा प्रकरण तैयार करने के लिए वाहन के दस्तावेज पेश करने को कहा गया है। दो दिन पूर्व वाहन स्वामी विजय यादव के धान के फसलों को भी हाथियों ने काफी नुकसान पहुंचाया है।
हाथियों का दल अभी भी महेशपुर के जंगल में डेरा जमाए हुए है। जो कि दोपहर व शाम को कभी भी केदमा मार्ग पर पहुंच जा रहे हैं, जिससे आम नागरिकों को आवागमन में काफी दिक्कत हो रही है। लोग डर के बीच उक्त सडक़ में आना जाना कर रहे हंै। वन अमला के 24 घंटे निगरानी की और लगातार जन जागरूकता की वजह से जन हानि नहीं हुई है।
गुरुवार की रात को मानपुर की एक बुजुर्ग महिला को जैसे ही घर से दूसरे जगह ले जाया गया, उसके 2 घण्टे बाद ही हाथियों ने घर को तोड़ दिया था।