सूरजपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 20 सितंबर। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में लंपी बीमारी की चपेट में आकर सैकड़ो जानवरों की मौत हो रही है। वहीं प्रतापपुर क्षेत्र के पशु चिकित्सकों की लापरवाही सामने आ रही है। पशु विभाग के चिकित्सक पशुओं की इस स्थिति को लेकर थोड़ी भी गंभीरता नहीं दिख रहे हैं।
पशुपालकों को पशु चिकित्सकों का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। हजारों की संख्या में लावारिस पशु नगर पंचायत क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं। कई पशु लंपी बीमारी की चपेट में आकर खुले रूप से घूम रहे हैं, जिससे अन्य पशुओं को भी वायरस फैल रहा है। पशु विभाग के द्वारा दवाइयां की भी सुविधा नहीं दी जा रही है।
कई बार डॉक्टर को भी इस बीमारी के बारे में बताने के बाद भी डॉक्टरों द्वारा मनमाने ढंग से या तो हॉस्पिटल में नहीं आते हैं या तो गैर जिम्मेदाराना वजह से अपने निवास प्रतापपुर में भी नहीं रहते हैं। लंपी वायरस की वजह से नगर वासियो ग्रामीण में भय का वातावरण बना हुआ है। पशुओं का मूत्र गोबर व रक्त रिसाव से फैलने वाले वायरस से लोग भयभीत हैं। बड़ी बात यह है कि पशु चिकित्सा विभाग के द्वारा ना तो कोई शिविर लगाया जा रहा है ना ही कोई उपाय किया जा रहा है, जिससे इस बीमारी से पीडि़त पशुओं को राहत मिल सके।
गौ सेवक जीवन ज्योति मेडिकल के संचालक अरविंद जायसवाल एवं भवानी ट्रेडर्स के संचालक विनोद जायसवाल के द्वारा जरूरतमंद लोगों को इस बीमारी के रोकथाम के लिए मुफ्त में दवा भी दिया जा रहा है ताकि यह बीमारी नगर में ना फैले अपने खर्चे पर दवा कर स्वयं से ग्रामीणों की मदद कर रहे हैं।
सरकार की ओर से दवा नहीं हो पा रही उपलब्ध- डॉ.कुजूर
इस विषय में डॉ. निकिता कुजूर पशु चिकित्सक से चर्चा के दौरान बताया कि लंपी वायरस काफी फैल गया है, जो पशु पकड़ में आ रहे हैं। उनका इलाज किया जा रहा है और सरकार की ओर से भी ज्यादा दवा उपलब्ध नहीं हो पा रहा जिससे ग्रामीणों को कुछ दवा खरीदना पड़ रहा है।