रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 सितंबर। राज्य प्रशासन में बीते दो वर्षों से आईएएस अवार्ड के लिए डीपीसी नहीं हो रही है। वहीं एसीएस प्रमोशन का प्रस्ताव भी विभागीय मंत्री सीएम के पास लंबित है।
बीते एक,दो महीनों से डीओपीटी ने उत्तराखंड, महाराष्ट्र, सिक्किम, कर्नाटक नागालैण्ड राज्यों के प्रस्ताव पर आईएएस सेलेक्ट लिस्ट जारी किया है। किंतु छत्तीसगढ़ में बीते दो वर्षों या अवार्ड नहीं हो पाया है। वर्ष 2021,और 2022 के लिए अवार्ड होना है । इस दौरान प्रदेश के करीब आठ प्रमोटी आईएएस रिटायर और इस्तीफे दे चुके हैं। इनमें डीडी सिंह, अनिल टूटेजा, कुलभूषण टोप्पो, ईमिल लकड़ा, उमेश अग्रवाल, धनंजय देवांगन, अमृत खलको और नीलकंठ टेकाम (इस्तीफा) शामिल हैं। इस तरह से जहां निचले क्रम के एसएएस अफसर प्रमोशन से वंचित हैं वहीं राज्य प्रशासन में अफसरों की कमी बनी हुई है। इससे निपटने सरकार ने डी डी सिंह, अमृत खलको को संविदा नियुक्ति देकर काम चला रही है। प्रदेश में अवार्ड के लिए डीपीसी दो साल से नहीं हो पाई है। दे वर्ष पूर्व सौम्या चौरसिया और बैचमेट के लिए हुई डीपीसी पर भी कोई निर्णय नहीं हो पाया है। आने वाले दिनों में चुनाव आचार संहिता लगने पर मामला लोकसभा चुनावों तक के लिए टल जाएगा। और उस दौरान कुछ और अफसर रिटायर होंगे।
इसी तरह से राज्य प्रशासन में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (एसीएस) प्रमोशन की फाइल सीएम सचिवालय में लंबित है। राज्य में इस समय दो ही एसीएस रेणु पिल्लै और सुब्रत साहू कार्यरत हैं। सीएस अमिताभ जैन ने सीएम से प्रमोशन की अनुमति मांगी है। इस पद के लिए प्रमुख सचिव मनोज पिंगुवा ही एकमात्र दावेदार हैं। लेकिन यह फाइल भी दो माह से लंबित है।