रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 अक्टूबर। प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने एक प्रतिनिधिमंडल के साथ जाकर चुनाव आयोग से शिकायत की। शिकायत में कहा गया कि - भाजपा के वरिष्ठ नेता और देश के गृहमंत्री अमित शाह ने राजनांदगांव के प्रत्याशी डॉ. रमन सिंह के नामांकन के लिये आयोजित सभा में दिये गये अपने भाषण में दंगा भडक़ाने के उद्देश्य से गलत बयानी की है। शाह ने अपनी चुनाव सभा में सीधे कहा, च्च्भूपेश बघेल सरकार ने तुष्टिकरण के लिए, वोट बैंक की राजनीति के लिए छत्तीसगढ़ के बेटे भुवनेश्वर साहू को लिंचिंग करवाकर मार दिया। भाजपा ने तय किया है कि हम भुवनेश्वर साहू के हत्यारों को उनके अंजाम तक पहुंचाएंगे और इसके प्रतीक के रूप में उनके पिता ईश्वर साहू को चुनाव मैदान में उतारा है।
अमित शाह का यह बयान ना केवल आपत्तिजनक है बल्कि इसका एकमात्र उद्देश्य शांत प्रदेश छत्तीसगढ़ में सांप्रदायिक हिंसा भडक़ाना है। हक़ीक़त यह है कि हिंसा और प्रति हिंसा के इस मामले में सरकार ने त्वरित कार्रवाई की थी और आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था।
लेकिन छत्तीसगढ़ में साफ़ दिख रही अपनी हार से बौखलाए अमित शाह अब सांप्रदायिकता का सहारा लेना चाहते हैं। जिस मामले में विवेचना पूरी हो चुकी है, न्यायालय में चालान प्रस्तुत हो चुका है, निचली अदालत का फैसला भी आ गया है उसके खिलाफ देश के गृह मंत्री द्वारा साप्रदायिक धु्रवीकरण करने के उद्देश्य से उन्माद भडक़ाने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है अत: निवेदन है कि अमित शाह, रमन सिंह और अरुण साव के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
प्रतिनिधि मंडल में प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, घनश्याम राजू तिवारी, सुरेन्द्र वर्मा, अजय साहू, नितिन भंसाली, मणी वैष्णव, सुजीत घिदौड़े उपस्थित थे।