महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 4जनवरी। पूर्व संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के उस बयान पर पलटवार किया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि वर्तमान में किसी भी योजना को बंद नहीं किया जाएगा। श्री चंद्राकर ने कहा कि पूर्ववर्ती भूपेश बघेल
सरकार की जनकल्याणकारी योजना डा. खूबचंद बघेल मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना का लाभ छत्तीसगढ़ के सभी 72 लाख परिवारों को मिल रहा है, अचानक बंद करने से इस योजना का लाभ ले रहे मध्यम वर्गीय परिवारों को प्रभाव पड़ेगा। ऐसी योजना को बंद करना छत्तीसगढ़ राज्य की जनता के प्रति बेईमानी होगी।
श्री चंद्राकर ने कहा कि आयुष्मान योजना के तहत दी जाने वाली 10 लाख रुपए तक की इलाज सुविधा केवल गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों के लिए ही है। यह भी सर्वविदित है कि भाजपा नेताओं के संरक्षण में केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार होता रहा है। मध्य प्रदेश सहित कई भाजपा शासित राज्यों में मृत व्यक्तियों के इलाज के नाम पर करोड़ों की राशि आयुष्मान योजना से निकाल ली गई। जिसका खुलासा विगत दिनों सीएजी के रिपोर्ट में हुआ है। एक ही मोबाइल नंबर से लाखों हितग्राहियों के आयुष्मान योजना में पंजीयन का खुलासा भी विगत दिनों हुआ है। जिसमें वह मोबाइल नंबर भी फर्जी पाया गया। राज्य सरकार द्वारा गरीब और मध्यम वर्ग के चिकित्सा सहायता की महत्वपूर्ण योजना को बंद करके केवल गरीब वर्ग के लिए इलाज का प्रावधान नाकाफी है।
पूर्व संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने कहा है कि चिकित्सा सुविधा को लेकर साय सरकार की न कोई ठोस नीति हैं, न ही नेक नीयत। केवल पूर्वाग्रह और दुर्भावना से ग्रसित होकर पूर्ववर्ती सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को बंद करना बेहद निंदनीय है। भूपेश सरकार ने अपने 5 वर्ष के भीतर छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य का स्ट्रक्चर 2018 की तुलना में लगभग ढाई गुना बेहतर विकसित किया। सभी जिला अस्पतालों को मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल के तौर पर विकसित किया और ब्लॉक के अस्पतालों में भर्ती सुविधा शुरू की। अधिकांश जिला अस्पतालों में डायलिसिस और क्रिटिकल केयर यूनिट शुरू हुए। 25 लाख तक की मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य योजना संचालित की गयी। 4000 से अधिक नियमित पदों पर स्वास्थ्य विभाग में भर्ती की। डॉक्टर, नर्स, तकनीशियन और सहायक कर्मचारी की नियमित भर्ती की व्यवस्था की।
मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य सहायता योजना, हाट बाजार क्लिनिक, मोहल्ला क्लिनिक, दाई दीदी क्लिनिक, हमर अस्पताल और हमर लैब स्थापित किए गए।