सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 29 जनवरी। मादा हथिनी का करंट लगाकर शिकार कर 12 स्थानों पर शव को दफनाने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। बाकी आरोपी अभी फरार बताए जा रहे हैं।
आज तडक़े मिले खबर के अनुसार ग्राम गोरिया वन परिक्षेत्र घुई रामकोला के जंगल में लगभग 45 दिवस पूर्व पीएफ 244 में जंगली जानवर के शिकार के लिए विद्युत तार करंट लगाकर मादा हाथी की करंट लगा देने की वजह से मौत हो गई थी जिसमें लगभग 8 से 10 आरोपी होने का अंदेशा है सभी आरोपी ग्राम भूरिया के निवासी हैं।
आरोपियों ने मृत मादा हाथी को 12 अलग-अलग टुकड़े में टांगी से काटकर अलग-अलग 12 जगह पर हाथी के टुकड़े को जंगल में ही दफन कर दिया गया था।
लगभग एक माह पूर्व गांव के ही कुछ लोगों ने बड़े-बड़े गड्ढे में हाथी के टुकड़ा होने का खबर वन विभाग को दिया था।मुखबिर के सूचना के अनुसार यह पता चला कि गांव के ही कुछ लोग करंट से हाथी को मार कर 12 टुकड़ों में काटकर अलग-अलग 12 जगह में हाथी के शव को दफना दिए हैं।
सूचना अनुसार स्थलों का पहचान करने के बाद वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन एवं मार्गदर्शन में आज उक्त स्थानो से का मृत हाथी के शव को अलग-अलग जगह से बाहर निकाला गया।
मामले मे चार लोगों को वन विभाग ने हिरासत में लेते हुए पूछताछ प्रारंभ किया है। हाथी को मौत के घाट उतारने में नरेंद्र सिंह, जानू, चंद्र चौथा आरोपी माधव गिरफ्तार कर आरोपियों से कड़ी पूछताछ हिरासत में लेते हुए की जा रही है। बाकी आरोपी अभी फरार बताए जा रहे हैं।
पकड़े गए चारों आरोपी ने मामला का खुलासा करते हुए बताया कि शिकार के लिए लगाए गए करंट से हाथी की मौत हो गई थी, डर के मारे जंगल में अलग-अलग जगह हाथी के शव को काटकर दफन कर दिया गया था।