रायपुर
रायपुर, 12 मार्च। माना एयरपोर्ट के बाहर ड्राइवर की तबियत बिगडऩे पर इलाज के अभाव में मौत हो गई। मृतक सरायपाली निवासी उमा शंकर पटेल बताया गया है। एयरपोर्ट में बिगडऩे पर इलाज के लिए माना अस्पताल लाया गया था।
मददगारों का आरोप है कि अस्पताल में 20 मिनट तक कोई डॉक्टर नहीं पहुंचे। डॉ आशीष मेश्राम मेडिकल ऑफिसर हैं और अस्पताल के बाहर कार में उमाशंकर की जान चली गई। एंबुलेंस नहीं मिलने पर टैक्सी यूनियन के लोगों ने मदद की थी। उसकी मौत ने एयरपोर्ट में प्राथमिक इलाज के व्यवस्थाओं की पोल खोल दी। जहां न तो डॉक्टर थे न एम्बुलेंस। गोल्डन अवर में इलाज न मिल पाने से उमाशंकर की मौत हो गई। उमाशंकर बसना से यात्रियों को लेकर एयरपोर्ट पहुंचा था। उसे बेहोश देख साथ आए यात्रियों ने ही एम्बुलेंस को कॉल किया लेकिन नहीं पहुंचा तो एयरपोर्ट के ही टैक्सी ड्रायवरों ने उसे माना सिविल अस्पताल पहुंचाया जहां 20 से 30 मिनट तक कोई डॉक्टर उसे प्राथमिक उपचार दिलाने उपस्थित नहीं हुआ। जो कर्मचारी थे वे भी उमाशंकर को बड़े अस्पताल ले जाने की सलाह देते रहे। सिविल अस्पताल के डॉक्टर कॉल करने पर पहुंचे लेकिन जब तक उसकी मौत हो चुकी थी।