मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 22 सितम्बर। एमसीबी जिले के केल्हारी तहसील अंतर्गत ग्राम सेमरमथानी में बडक़ाघाघी डायवर्सन नहर का पानी छोड़े जाने से किसानों को काफी क्षति हुई है। कई किसानों के घर क्षतिग्रस्त होकर गिर गए हैं। दो माह से जीर्ण-शीर्ण घरों में किसान पनाह लिए हुए हैं, लेकिन प्रशासन को अवगत कराए जाने के बाद भी किसानों की कोई सुध नहीं ली जा रही है।
ज्ञात हो कि सेमरमथानी में बडक़ाघाघी परियोजना का निर्माण जल संसाधन विभाग द्वारा कराया गया है। विगत वर्ष नहर को चालू किया गया है एवं सेमरमथानी में नहर के पानी को रोड में छोड़ दिया गया है, जिससे रोड दलदल होकर काफी क्षतिग्रस्त हो गई है। हालत यह है कि रोड बिल्कुल भी चलने योग्य नहीं रह गई है। रोड में काफी पानी बहने से अगल-बगल के कई घर के कुछ हिस्से अगस्त की शुरूआत में ही गिर गए हैं, जिससे किसानों को काफी क्षति हुई है।
जिन किसानों को क्षति हुई है उनमें महेश सिंह पिता मेहीलाल, लक्षनधारी पिता बलचू, प्यालेलाल पिता हीरासाय, सुखी पिता मान सिंह, छत्रपाल सिंह पिता बदन सिंह, रामकृपाल, बेलसिया एवं रामबाई के नाम शामिल हैं।
बेलसिया और रामबाई कहती हैं कि नहर के पानी से उनके घर की दीवारें ढह गई हैं, आज वे अपनी जान जोखिम में डालकर क्षतिग्रस्त घरों में रह रही हैं।
जनपद पंचायत मनेंद्रगढ़ के पूर्व जनपद सदस्य अधिवक्ता रामनरेश पटेल ने बताया कि उनके द्वारा 11 सितंबर को कलेक्टर को पत्र सौंपकर निर्माण कार्य की जांच करा क्षतिग्रस्त सडक़ को बनाए जाने एवं किसानों को हुई क्षति का मुआवजा भुगतान कराए जाने का आग्रह किया था, लेकिन 10 दिन से भी ज्यादा गुजर जाने के बाद भी अभी तक किसानों की कोई सुध नहीं ली गई है।