बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 28 सितंबर। जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान में साजा और नवागढ़ के शिक्षकों का कक्षा छठवीं से आठवीं तक के गणित विषय पर 26 सितंबर से 28 सितंबर तक आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण में मिडिल स्कूल में गणित अध्यापन कराने वाले 120 शिक्षकों को आमंत्रित किया गया। प्रशिक्षण में डाइट की वरिष्ठ व्यायाता उषा किरण पांडेय, जीएल खुटियारे, श्रद्धा तिवारी, कीर्ति घृतलहरे, यमुना जांगड़े उपस्थित थे। प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रभारी राजकुमार वर्मा ने गणित विषय प्रशिक्षण की तीन दिवसीय रूपरेखा के बारे में विस्तार से चर्चा की।
डाइट के प्राचार्य जे के घृतलहरे ने गणित की परिभाषा बताते हुए कहा, गणित संरचना, क्रम और संबंध का विज्ञान है, जो वस्तुओं की गिनती, माप और आकृतियों का वर्णन करता है। गणित शब्द ग्रीक भाषा के शब्द मैथेमेटिक्स से लिया गया है। जिसका अर्थ होता है सीखना। गणित या मैथ्स का फुल फॉर्म होता है मैथेमेटिक्स। जिसे हिंदी में गणित कहते हैं। इसे केटेगरी के हिसाब से बोडमास भी कहते हैं। इसके अंतर्गत छोटा कोष्टक, बड़ा कोष्टक, सर्पाकार कोष्टक, वर्गमूल, भाग, गुना, जोड़, ऋण सभी आ जाते हैं। मास्टर ट्रेनर्स नीलिमा साहू ने संख्या पर चर्चा करते हुए प्रकृति संख्या, पूर्ण संख्या, पूर्णांक एवं परिमेय संख्या को उदाहरण सहित स्पष्ट करते हुए प्रतिभागियों को सरल शब्दों में बताया सरस्वती शिशु मंदिर बेमेतरा के प्राचार्य मालिक राम वर्मा के द्वारा वैदिक गणित पर चर्चा करते हुए गुणा करने की सरल विधि को बहुत ही अच्छे ढंग से बताया गया। जो छात्र-छात्राओं के प्रतियोगी परीक्षा के लिए बहुत ही आसान तरीका साबित होगा।
मास्टर ट्रेनर्स अशोक कुमार साहू ने गणित के सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी से प्रतिभागियों का आंकलन किया। अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के रिसोर्स पर्सन राघवेंद्र कुमार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर चर्चा करते हुए एनसीएफ एफएस और एनसीएफ एसई के संबंध में विस्तार से बताया गया।