राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 मई। जिले के सुदूर वनांचल क्षेत्र में वनवासियों द्वारा तेन्दूपत्ता संग्रहण का कार्य तेजी से किया जा रहा है। शासन द्वारा लघुवनोपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य में खरीदी से ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों में तेन्दूपत्ता संग्रहण कार्य के प्रति रूचि बढ़ी है। इन क्षेत्रों में वनवासियों के आय का एक प्रमुख साधन भी है। वन विभाग द्वारा संग्रहण किए हुए तेंदूपत्ता की खरीदी की जा रही है। कलेक्टर टीके वर्मा गुरुवार को खैरागढ़ विकासखंड के सुदूर वनांचल गांव टिंगामाली और गाडाघाट तेन्दूपत्ता खरीदी केन्द्र का निरीक्षण किया।
उन्होंने कहा कि लक्ष्य के अनुरूप लोगों को तेन्दूपत्ता संग्रहण के लिए प्रेरित करें। तेन्दूपत्ता खरीदी के समय इसकी गुणवत्ता तथा मापदंड का भी ध्यान रखें। वहीं खरीदे गए तेंदूपत्ता गड्डियों को सूखाने और रख-रखाव करने कहा। उन्होंने हितग्राहियों के राशि भुगतान के बारे में भी जानकारी ली। तेंदूपत्ता संग्राहक प्रबंधक ने बताया कि तेन्दूपत्ता संग्रहण का कार्य मुढ़ीपार समिति द्वारा किया जा रहा है। ग्राम टिंगामाली में 78 संग्राहक है। जिसमें 125 मानक बोरा तेन्दूपत्ता संग्रहण करने का लक्ष्य प्राप्त है। जिसमें 75 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया जा चुका है।
वहीं ग्राम गाडाघाट में 94 संग्राहक है, जहां 200 मानक बोरा तेन्दूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य प्राप्त है। 135 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया जा चुका है।
कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि निर्धारित समय में संग्रहण का लक्ष्य पूरा करें। उन्होंने वैक्सीनेशन की जानकारी लेते कहा कि इन क्षेत्रों में सभी संग्राहकों को कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षा के लिए वैक्सीन लगाने के लिए प्रेरित करें। इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी खैरागढ़ संजय यादव, एसडीएम खैरागढ़ निष्ठा पाण्डेय, कार्यपालन अभियंता प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना क्रमांक 1 ज्ञानेन्द्र कश्यप, तहसीलदार खैरागढ़ प्रीतम साहू सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।