राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 अक्टूबर। मोहला के पूर्व सरपंच के साथ केंद्र सरकार की ग्रामीण स्वास्थ्य का सर्वे का काम दिलाने के नाम पर भिलाई के रहने वाले एक व्यक्ति ने झांसे में लेकर लाखों रुपए ऐंठ लिए। पूर्व सरपंच ने इस मामले को लेकर पुलिस से शिकायत की है।
मिली जानकारी के मुताबिक मोहला के पूर्व सरपंच जग्गूराम सोरी को भिलाई के रहने वाले हराधन मंडल नामक व्यक्ति ने केंद्र सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सर्वे कराने प्रोजेक्ट दिलाने का झांसा दिया। फरवरी 2024 को पूर्व सरपंच ने भरोसे में आकर अलग-अलग तारीखों में एक लाख 50 हजार रुपए दिए। आरोपी व्यक्ति ने खुद को भिलाई स्टील प्लांट का कर्मचारी बताया और एनजीओ का संचालन करने की जानकारी दी।
आरोपी ने बेहद शातिर तरीके से शिकायतकर्ता को अपने बातों के जरिये शीशे में उतार लिया। जिसमें आरोपी ने लालच देते हुए बताया कि केंद्र सरकार द्वारा 40 हजार लोगों का सर्वे करना है। प्रति सर्वे 120 रुपए सरकार प्रोजेक्ट के अधिकृत संचालक को देगी। ऐसे में 48 लाख रुपए मिलने की जानकारी आरोपी ने दी। उसकी बातों में विश्वास करते हुए राजनांदगांव में आशीष सिन्हा नामक व्यक्ति के घर में शिकायतकर्ता ने 50 हजार रुपए नगद दिए। इसके बाद फोन-पे से 70 हजार आरोपी को दिया। बाद में 30 हजार रुपए की एक किश्त फोन-पे के जरिये दिया। डेढ़ लाख रकम मिलने के बाद आरोपी ने भिलाई स्थित अपने घर में शिकायतकर्ता को कुछ आवश्यक दस्तावेज में हस्ताक्षर लिया। इसके बाद उसे नोएडा में संचालित रूप्टस प्राईवेट लिमिटेड की ओर से एक वर्कआर्डर भी दिया। आरोपी के रवैये को देखकर पूर्व सरपंच ने काम करने से इंकार किया और पैसा वापस करने के लिए तकादा किया। आरोपी ने प्रोजेक्ट से इंकार करने पर पैसा वापस नहीं होने की जानकारी दी। साथ ही 10 लाख रुपए का जुर्माना लगाने का डर दिखाया। आरोपी द्वारा गोलमोल जवाब देने के बाद मामला पुलिस तक पहुंचा।