बालोद
ग्रामीणों ने छत पर गुजारी रात, मुनादी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 29 मई। बालोद जिले में इस बार हाथियों के दल ने पहुंचते ही उत्पात मचाना शुरू कर दिया है। हाथियों की मौजूदगी से डौण्डी ब्लॉक के वनांचल स्थित गांवों में ग्रामीणों के बीच दहशत का माहौल बन गया है। वन अमला लगातार क्षेत्र में गश्त कर रहा है, और हाथियों के दल पर निगरानी रखा हुआ है। गांव-गांव में मुनादी कराई गई है।
हाथियों के दल ने डौण्डी ब्लॉक के ग्राम अरजगुंड्रा में जहां कुछ दिन पहले एक ग्रामीण को कुचलकर मार डाला, वहीं अब डौण्डी रेंज के ग्राम उरझे, लैनकसा, भीलपारा, नाहरडेरा क्षेत्र मेें पानी टंकी, पाइप लाइन व सब्जी बाड़ी में तोड़-फोड़ कर नुकसान पहुंचाया है।
रात के समय इन गांवों में हाथियों के हमले की आशंका और दहशत में कई ग्रामीण पक्के मकानों के छत पर रात गुजारी है। रात में पहुंचे हाथियों के दल में 22 से 24 हाथी होने की संभावना जताई गई है। वन विभाग का अमला हाथियों के दल पर लगातार निगरानी करने व रतजगा करने और ग्रामीणों को जंगल की ओर जाने से मना करने की बात पर जोर दे रहा है।
इन हाथियों का दल अभी डौण्डी ब्लॉक के वनांचल क्षेत्र में स्थत लिमउडीह बांध के आसपास मौजूद है। हाथियों की मौजूदगी को देखते हुए वन विभाग द्वारा क्षेत्र के ग्राम खुर्सीटिकुर, सुरडोंगर, लिमउडीह, तुमड़ीसूर, केकती पारा, रजोलीडीह, मगरदाह, जबकसा, मरकटोला, कांडे कुंजकन्हार, भर्रीटोला व कुर्रूटोला के ग्रामीणों को अलर्ट कर दिया गया है। साथ ही शाम होने के बाद जंगल की ओर नहीं जाने व घर पर ही रहने जोर दिया जा रहा है।
वन विभाग के अधिकारियों का माने तो वन अमला लगातार क्षेत्र में गश्त कर रहा है, और हाथियों के दल पर निगरानी रखा हुआ है। गांव-गांव में मुनादी कराई गई है। खासकर महुआ से शराब नहीं बनाने की हिदायत ग्रामीणों को दी जा रही है। चूंकि यह क्षेत्र महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेडिय़ा का विधानसभा क्षेत्र है। ऐसे में मंत्री के प्रतिनिधि अपने अन्य कार्यकर्ताओं के साथ हाथी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर ग्रामीणों से रूबरू होकर उन्हें राहत देने के प्रयास में लगे हुए हंै।