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रायपुर 24 जनवरी। छत्तीसगढ़ में अब गौठान ग्रामीणजनों के लिए आजीविका के साधन बन रहे हैं। बिलासपुर जिले के 35 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ आदर्श ग्राम गौठान सेलर ग्रामीणों के विकास एवं आजीविका संवर्धन के लिए अब ग्रामीण औद्योगिक केन्द्र के रूप में विकसित हो चुका है। बिलासपुर जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर विकासखंड बिल्हा में स्थित सेलर ग्राम पंचायत में महिलाएं अब आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हैं। कभी घर की चारदीवारी तक ही सीमित रहने वाली महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त होकर हर मोर्चे पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है।
सेलर गौठान में सुराजी गांव योजना के तहत 11 महिला स्व-सहायता को आर्थिक गतिविधियों से जोड़ा गया है। यहां महारानी लक्ष्मीबाई स्व सहायता समूह द्वारा बत्तख पालन सह हरा चारा उत्पादन का काम किया जा रहा है। इस समूह में दस महिलाएं हैं । अध्यक्ष श्रीमती राजकुमारी साहू है। समूह द्वारा लगभग 20 हजार रूपए की प्रतिमाह आय अनुमानित है। पतरकोनी गौरेला में सहकारी समिति से अण्डा खरीदी के लिए अनुबंध किया गया है।
शिव शक्ति स्व सहायता समूह द्वारा दोना पत्तल निर्माण का कार्य किया जा रहा है। समूह द्वारा प्रतिमाह 366000 दोना निर्माण किया जाना अनुमानित है।
जागृति समूह द्वारा मशरूम उत्पादन- 11 सदस्यीय इस समूह की अध्यक्ष श्रीमती गंगा देवी सूर्यवंषी है। इनके द्वारा 75 किलो मशरूम का उत्पादन कर 8 हजार रूपए प्रतिमाह की आय अनुमानित है।
मछली पालन - कालिका मछुवारा स्वसहायता समूह द्वारा 30 क्विंटल वार्षिक मछली उत्पादन कर लगभग तीन लाख रूपए की वार्षिक आय अनुमानित है।
वर्मी कम्पोस्ट एवं वर्मी वाश उत्पादन - ग्वालपाल महिला स्वसहायता समूह द्वारा 20 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट एवं 27 लीटर वर्मी वाश का उत्पादन किया गया है।
मुर्गी पालन - जयमाता सरई श्रृंगार स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा मुर्गी पालन किया जा रहा है। इससे उन्हें 30 हजार रूपये प्रतिमाह अनुमानित आय होगी।
गोबर गैस प्लांट- सखी-सहेली समूह की 10 महिलाओं द्वारा गोबर धन योजना के तहत् 15 किलो गैस का उत्पादन किया जा रहा है।
बकरी पालन - ग्वालपाल महिला समूह द्वारा बकरी पालन किया जा रहा है। इससे 03 लाख वार्षिक आयु अनुमानित है।
बाड़ी विकास एवं सब्जी उत्पादन - आरती समूह एवं जय मां कालिका समूह द्वारा बाड़ी विकास एवं सब्जी उत्पादन का कार्य सेलर गौठान में किया जा रहा है। इनके द्वारा टमाटर, गोभी, बैगन, मूली, पालक, लाल भाजी, ककड़ी, खीरा एवं मेथी जैसी सब्जियां एवं भाजियां बाड़ी में लगाई गई हैं। इनके उत्पादन से प्रतिमाह लगभग 15 हजार रूपये की आय समूहों को मिलेगी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा शुरू की गई सुराजी गांव योजना से ग्राम पंचायत सेलर में ग्रामीणों को आजीविका का नया साधन मिल गया है। ग्राम की महिलाएं शासन को धन्यवाद देते नहीं थकती है कि इस योजना से उनकी जिन्दगी बदल गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 जनवरी। नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने आरंग विधानसभा क्षेत्र के ग्राम रसनी में साहू समाज के कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि साहू समाज जागरूक समाज है। खेती-किसानी और छत्तीसगढ़ के विकास में साहू समाज का महत्वपूर्ण योगदान है।
साहू समाज मेहनत करने वाला और विकास की राह में आगे बढऩे वाला समाज है। छत्तीसगढ़ की सरकार भी संत माता कर्मा, दानवीर भामाशाह के बताए हुए मार्गों में चल रही है। सभी समाजों को साथ लेकर सामाजिक समरसता का माहौल कायम कर रही है। उन्होंने कहा कि किसान अन्न उपजाते हैं। सबकी भूख मिटाते हैं। उनकी नजर में किसान किसी भगवान से कम नहीं है। किसानों का हमेशा सम्मान करना चाहिए। छत्तीसगढ़ की सरकार किसानों का महत्व जानती है। इसलिए उनके स्वाभिमान और सम्मान का हमेशा ख्याल रखती है।
मंत्री डॉ डहरिया ने कहा कि राज्य में सबसे अधिक कीमत में धान की खरीदी की जा रही है। कोविड के समय किसानों को राजीव गांधी न्याय योजना के माध्यम से धान का अंतर राशि दी गई, जिससे छत्तीसगढ़ में मंदी का कोई असर नहीं दिखाई दिया। उन्होंने बताया कि 36 में से 24 वादे सरकार ने पूरे कर दिए हैं। आने वाले दिनों में शेष वादों को भी पूरा कर दिया जाएगा।
डॉ. डहरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में रामवनगमन पथ को विकसित किया जा रहा है। स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार देने की पहल की जा रही है। शिक्षाकर्मियों का संविलयन करने के साथ नई भर्तियां की जा रही है। पुलिस और कालेज में प्राध्यापकों भर्ती की जा रही है। इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष चंदशेखर चंद्राकर, जनपद अध्यक्ष खिलेश देवांगन,कोमल साहू, वतन चंद्राकर सहित साहू समाज के लोग उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 जनवरी। आप पार्टी ने किसानों के समर्थन में आज राजधानी रायपुर समेत सभी जिला मुख्यालयों में धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में सैकड़ों किसान भी शामिल हुए। उन्होंने चेतावनी दी है कि किसानों के मुद्दे पर ढुलमुल रवैया अपनाने पर आगे भी केंद्र और राज्य सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा।
आप पार्टी प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने कहा कि केंद्र सरकार तीनों नए कृषि कानूनों को वापस नहीं ले रही है और ना ही राज्य सरकार किसानों से किए गए वादे निभा रही है। भाजपा सांसद ने खैरागढ़ में व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कांकेर में अपमानजनक बयान देकर कहा कि दिल्ली बॉर्डर पर किसान नहीं, बल्कि नक्सली और खालिस्तानी हैं। ये बहुत ही अपमानजनक बयान है।
सह संगठन मंत्री दुर्गा झा ने कहा कि अब तक केंद्र सरकार अपने कारोबारी मित्रों के हित में कानून बनाती रही। हम इन्हें उखाड़ कर फेंकने के लिए तैयार है। इधर राज्य सरकार सिर्फ दिखावा कर किसान हितैषी बनने का ढोंग कर रही है। भाजपा अपनी ओछी हरकतों से बाज आए व अन्नदाताओं से तुरंत माफी मांगे।
महिला विंग सचिव के. ज्योति ने कहा कि सरकार धान खरीदी में हो रही परेशानी दूर करें। धान खरीदी की समय सीमा भी बढ़ायी जाए। लक्ष्मण सेन ने कहा कि बारदाने की व्यवस्था कर एकमुश्त रकम अदायगी की जाए। नहीं तो हम अपनी आवाज बुलंद कर जनता के बीच जाएंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 जनवरी। राजधानी रायपुर के भाठागांव नहर रोड किनारे 30 साल से काबिज करीब 40 परिवार अब बेदखल करने की तैयारी में हैं। निगम जोन 6 से इन सभी परिवारों को मकान खाली करने नोटिस जारी किया गया है। प्रभावित गरीबों का आरोप लगाते हुए कहना है कि बिल्डरों के इशारे पर निगम से नोटिस जारी किया गया है। जबकि इस लाइन में नहर किनारे रहने वाले और भी दर्जनों परिवारों को छोड़ दिया गया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यहां से हटाने पर उसका जोरदार विरोध किया जाएगा।
उज्जवल धोटे समेत प्रभावित परिवारों ने आज यहां प्रेस क्लब पहुंचकर मीडिया को बताया कि वे सभी छोटे-छोटे मकान बनाकर यहां नहर किनारे निवास कर रहे हैं। उनके घरों के पीछे खेत है, जिस पर बिल्डरों की नजर लगी हुई है, और वे सभी निगम अफसरों से सांठ-गांठ कर नजूल आवासीय जमीन को हड़पने के प्रयास में लगे हैं। यही वजह है कि निगम से आनन-फानन में उन सभी को नोटिस भेज दिया गया है। उन्हें मकान खाली करने 7 दिन का समय दिया गया है।
उनका कहना है कि ये सभी निगम को हर साल जलमल कर, टैक्स का समय पर भुगतान करते आ रहे हैं। सरकार की योजना के तहत पट्टा के लिए निगम को आवेदन भी दिया हैं, लेकिन उन्हें अभी पट्टे का वितरण नहीं किया गया है। दूसरी तरफ निगम जोन-6 में अवैध कब्जा कर मकान-दुकान बनाने पर तोडफ़ोड़ की चेतावनी देते हुए नोटिस भेजा है। उनसे कहा गया है कि 7 दिन में मकान-दुकान खाली नहीं करने पर कब्जा हटा दिया जाएगा।
निर्वाचक नामावली का प्रारंभिक प्रकाशन एक मार्च और अंतिम प्रकाशन 26 मार्च को
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 जनवरी। छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा प्रदेश के 12 नगर पालिकाओं में आम निर्वाचन एवं 15 वार्डों में उप निर्वाचन के लिए निर्वाचक नामावली तैयार करने का कार्यक्रम जारी किया गया है। निर्वाचक नामावली का प्रारंभिक प्रकाशन एक मार्च 2021 दिन सोमवार को प्रत्येक वार्ड के लिए नियत स्थल पर किया जायेगा। निर्वाचक नामावली के प्रकाशन उपरांत 09 मार्च 2021 दिन मंगलवार को अपरान्ह 03.00 बजे तक दावा, आपत्तियां प्राप्त की जाएंगी। दावा आपत्तियों के निराकरण पश्चात निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन 26 मार्च 2021 किया जाएगा। यदि कोई मतदाता 05 मार्च 2021 के पश्चात् नगरपालिका से संबंधित विधानसभा की निर्वाचक नामावली में अपना नाम दर्ज करा लेता है तो उसे नगरपालिका के निर्वाचक नामावली में नाम दर्ज कराने के लिए प्ररूप-1 में आवश्यक दस्तावेजों के साथ रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (नगरपालिका) को आवेदन करना होगा।
राज्य के सूरजपुर जिले के नगर पंचायत प्रेमनगर। रायपुर जिले के नगर पालिक निगम बिरगांव। नगरपालिका परिषद जामुल, नगरपालिक निगम रिसाली जिला दुर्ग। नगर पंचायत मारो जिला बेमेतरा। नगर पालिका परिषद खैरागढ़़, जिला राजनांदगांव। नगर पालिका परिषद बैकुण्ठपुर एवं शिवपुर चर्चा जिला कोरिया। नगर पंचायत कोंटा जिला सुकमा। नगर पंचायत भैरमगढ़, भोपालपट्नम जिला बीजापुर। नगर पंचायत नरहरपुर जिला कांकेर के आम निर्वाचन तथा नगरपालिक निगम बिलासपुर, नगर पालिका परिषद गोबरा नवापारा, नगर पंचायत बसना, नगर पंचायत कुरूद, मगरलोड, देवकर, नगरपालिक निगम राजनांदगांव, नगर पालिक परिषद कोण्डागांव, नगर पंचायत केशकाल और नगर पालिका परिषद बड़े बचेली से एक-एक वार्ड एवं नगर पंचायत चिखलाकसा से तीन वार्ड, नगर पंचायत डौंडी से दो वार्ड इस प्रकार कुल 15 पार्षद पद के लिए उप निर्वाचन संपन्न कराने के लिए निर्वाचक नामावली तैयार करने का कार्यक्रम जारी किया गया है।
नगर पालिका निर्वाचन नियमों में निर्वाचक नामावली तैयार करने के संबंध में नियमों में संशोधन नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ नगर पालिका निर्वाचन-1994 में संशोधन किया गया है। अब दांवे तथा आपत्तियों के आवेदन प्रारूप- क, ख और ग के साथ क-1 में भी प्राप्त किए जाएंगे। प्रारूप- क, ख और ग में आवेदन प्रस्तुत करने की प्रक्रिया आंशिक संशोधन के साथ पूर्व के समान है। किन्तु यह अनिवार्य होगा की आवेदन करने वाले व्यक्ति का नाम नगर पालिक क्षेत्र से संबंधित विधानसभा की भारत निर्वाचन आयोग द्वारा वर्ष की पहली तारीख को प्रच्चलित निर्वाचक नामावली में दर्ज हो।
झीरम घाटी के शहीदों को याद कर नाम पट्टिका का किया अनावरण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 जनवरी। मुख्यमंत्रीभूपेश बघेल ने झीरम घाटी में शहीद स्व.विद्याचरण शुक्ल चौक का लोकार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने झीरम के शहीदों को याद करते हुए वहां स्थापित शहीदों की नाम पट्टिका का अनावरण किया। मुख्यमंत्री ने रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा 55 लाख रूपए की लागत से स्वर्गीय विद्याचरण शुक्ल के नाम पर स्थापित चौक में सौंदर्यीकरण कार्यों और वहां स्थापित आकर्षक फव्वारे को भी रायपुर की जनता को समर्पित किया।
लोकार्पण कार्यक्रम में स्वर्गीय विद्याचरण शुक्ल के व्यक्तित्व और जीवन को याद करते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि रायपुर और स्वर्गीय विद्याचरण शुक्ल का चोली-दामन का साथ रहा है। उनके कारण छत्तीसगढ़ को पूरे देश और दुनिया में पहचान मिली। छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण में भी उनका अहम योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय श्री शुक्ल चाहे पद में रहे हों या न रहे हों, जनकल्याण के लिए वे सदा समर्पित और सक्रिय रहे। उनके जीवन से हम बहुत सी बातें सीख सकते हैं। स्वर्गीय श्री शुक्ल ने हमेशा युवाओं को आगे बढ़ाने का काम किया। मुख्यमंत्री ने उनके नाम पर स्थापित इस चौक में उनकी आदमकद प्रतिमा स्थापित करने की बात कही। उन्होंने स्व. श्री शुक्ल के भतीजे पूर्व मंत्री अमितेष शुक्ल को शॉल और श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नगरीय प्रशासन एवं श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने कहा कि स्वर्गीय श्री विद्याचरण शुक्ल जुझारू नेता थे। छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। उनकी यादों और योगदान को संजोकर रखने के लिए शहर में उनके नाम पर इस चौक को स्थापित किया गया है। लोकार्पण कार्यक्रम को पूर्व मंत्री एवं विधायक सत्यनारायण शर्मा, अमितेष शुक्ल, बृजमोहन अग्रवाल और महापौर एजाज ढ़ेबर ने भी संबोधित करते हुए स्व. श्री शुक्ल के व्यक्तित्व और कृतित्व को याद किया।
कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष सुभाष धुप्पड़, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्र तिवारी, विधायक धनेन्द्र साहू, प्रकाश नायक, श्रीमती अनिता शर्मा, रायपुर जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती डोमेश्वरी वर्मा, रायपुर के कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन और नगर निगम के आयुक्त सौरभ कुमार सहित एमआईसी सदस्य एवं झीरम घाटी के शहीदों के परिजन भी मौजूद थे।
रायपुर, 24 जनवरी। वीर स्पोर्ट्स क्लब आयोजित वॉल्फोर्ट जैन प्रीमियर लीग में 23 जनवरी को देर रात दो सेमीफाइनल और एक क्वालीफाई सहित कुल तीन मुकाबले खेले गए। क्लब के अध्यक्ष प्रवीण जैन ने जानकारी देते हुए बतलाया कि पहला सेमीफाइनल आर.एच. एजेंसी अरिहंत और विज़ पांडा के मध्य खेला गया, टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करते हुए अरिहंत के बल्लेबाजों निर्धारित 10 ओवरों में 7 विकटों के नुकसान पर 106 रनों के लक्ष्य विपिन 26 और संयम 17 की बदौलत निर्धारित किया, लक्ष्य का पीछा करने उतरी विज़ पांडा की टीम मयंक 45 की साहसिक पारी के बावजूद 84 रनों पर ऑल आउट हो गई, संयम झाबक ने अरिहंत के लिए 3 महत्वपूर्ण विकेट लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।
दिन का दूसरा मैच एलिमिनेटर ग्रुप के लिए सांखला ब्रोथर्स और एलीट कूचे के मध्य खेला गया, सांखला ब्रोथर्स ने टॉस जीतकर पहले एलीट कूचे को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया, पहले खेलते हुए एलीट कूचे की टीम तरुण 28, अनमोल 18 और पीयूष 17 की बदौलत 96 रन बनाए, जबाव में सांखला ब्रोथर्स तन्मय के 42 रनों की पारी के बावजूद 83 रनों पर सिमट गई, अपनी टीम के लिए गेंदबाजी में अनमोल, तरुण और प्रशांत ने 2-2 विकेट हासिल किए, इस मैच के मैन ऑफ द मैच प्रशांत जैन चुने गए।
दिन का दूसरा सेमीफाइनल विजपाण्डा और एलीट कूचे के मध्य खेला गया, विजपाण्डा ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करते हुए 5 विकेट के नुकसान पर 84 रन बनाए, जबाव में एलीट ने 9.4 ओवरों में तरुण 33 एवं अनमोल के 35 रनों के बदौलत मैच जीत लिया, इस मैच में अनमोल मैन ऑफ़ द मैच चुने गए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 जनवरी। पूर्व में कोरोना के विरुद्ध प्रारंभ हुए जंग में बिना वैक्सीन के केवल कोरोना अनुकूल व्यवहार परिवर्तन कर डॉक्टरों ने कोरोना पीडि़तों का इलाज कर अपनी भूमिका साबित की। ठीक इसी तरह इन दिनों कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर लोगों के मन में विश्वास कायम करने के लिये हेल्थ केयर वर्कर्स के रूप में डॉक्टर पुन: अपनी भूमिका साबित कर रहें हैं। विगत सप्ताह 16 जनवरी को शुरू हुए कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरूआत के साथ ही वरिष्ठ डॉक्टरों ने तत्परता से कोरोना का टीका लगवाकर आम जनों के समक्ष साहस एवं विश्वास की नई मिसाल कायम की। इसी क्रम में आज डीकेएस पोस्ट ग्रेजुएट रिसर्च इंस्टीट्यूट की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शिप्रा शर्मा एवं अम्बेडकर अस्पताल में सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. मंजू सिंह ने कोरोना का टीका लगवाया।
डॉ. शिप्रा शर्मा टीकाकरण के माध्यम से लोगों को संदेश देती हैं कि जब आप बीमार होते हैं तो आपका पूरा परिवार जोखिम के दायरे में होता है। वहीं जब आप टीका लगवाते हैं तो आप अपनी और पूरे परिवार की सुरक्षा करते हैं। आपके द्वारा लगाये गये कोरोना का एक टीका पूरे समुदाय में कोरोना के प्रसार को कम कर सकता है। डॉ. शिप्रा शर्मा कहती हैं - आप सुरक्षित तो परिवार सुरक्षित।
सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. मंजू सिंह कहती हैं टीके आपके समग्र स्वास्थ्य के लिये उतना ही महत्वपूर्ण है जितना की आहार। कोरोना से बचाने वाले इस टीके का कोई साइड इफेक्ट नहीं है। कोरोना टीका लगवाने के बाद 30 मिनट के ऑब्जर्वेशन के बाद मैंने अस्पताल जाकर मरीजों को देखा।
इस टीके के कोई साइड इफेक्ट नहीं है। यह आपको स्वस्थ्य रखने में मदद करेगा। कोविड-19 टीकाकरण शरीर में कोरोना के प्रति प्रतिरक्षा तंत्र के निर्माण के लिये बेहद ही सुरक्षित और प्रभावी तरीका है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 जनवरी। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायपुर और नई दिल्ली स्थित सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन योगा एंड नेचुरोपैथी के मध्य शनिवार को सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए। अब एम्स में माइंड-बॉडी मेडिसिन रिसर्च सेंटर स्थापित किया जाएगा। इस सेंटर में कैंसर, स्ट्रोक, मधुमेह, मोटापा, मानसिक समस्या और अन्य आधुनिक दिनचर्या संबंधी बीमारियों पर शोध कर उनका आयुष के माध्यम से इलाज ढूंढा जाएगा। सेंटर योग पर शोध का महत्वपूर्ण केंद्र भी बन सकेगा जहां चिकित्सकों, छात्रों और योग आचार्यों को नियमित प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरकर और सीसीआरवाईएन के निदेशक डॉ. राघवेंद्र राव ने ऑन लाइन माध्यम से एमओयू पर हस्ताक्षर किए। प्रो. नागरकर ने कहा कि सेंटर के माध्यम से विभिन्न संस्थानों के पास उपलब्ध क्लिनिकल डेटा का उपयोग आयुष संबंधी शोध में संभव हो सकेगा, जिससे नॉन कम्युनिकेबल डिजिज के इलाज में आयुष का प्रभावी प्रयोग किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि आयुष की स्थापना के बाद से बड़ी संख्या में शोध संबंधी आंकड़े एकत्रित किए गए हैं, नया सेंटर इस डेटा को आवश्यक चिकित्सा प्रणाली में बदलने में उपयोगी सिद्ध हो सकता है। उन्होंने कहा कि विभिन्न क्लिनिकल विभाग रोगियों का अत्याधिक भार महसूस कर रहे हैं। ऐसे में आयुष इस भार को कम करने में उपयोगी सिद्ध हो सकता है। एलोपैथी और आयुष मिलकर रोगियों के इलाज में उपयोगी हो सकते हैं।
इससे पूर्व उप-निदेशक (प्रशासन) अंशुमान गुप्ता ने नए सेंटर को एम्स के लिए बहु-उपयोगी बताते हुए कहा कि इससे अन्य विभागों में रोगियों की संख्या कम करने में काफी मदद मिलेगी।
अधिष्ठाता प्रो. एस.पी. धनेरिया ने कहा कि योग और नेचुरोपैथी विभिन्न बीमारियों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
नए सेंटर की मदद से संयुक्त शोध परियोजनाओं पर काम करने में काफी मदद मिलेगी।
योग के मेडिकल ऑफिसर विक्रम पई ने बताया कि नए सेंटर की मदद से चिकित्सकों, शोधार्थियों, छात्रों और योग के आचार्यों को नियमित प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इसमें होने वाले शोध को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित किया जाएगा। सेंटर के लिए एक कंस्लटेशन रूम और एक हॉल पहले से ही निर्धारित किया जा चुका है। यहां दो रिसर्च ऑफिसर और दो योग थैरेपिस्ट भी नियुक्त किए जाएंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 जनवरी। छत्तीसगढ़ राज्य में लघु वनोपज की बहुलता और राज्य सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर इसकी खरीदी की बेहतर व्यवस्था के जरिए वनवासियों के दिन बहुरने लगे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बीते दो सालों में वनवासियों एवं लघु वनोपज संग्राहकों के जीवन में तब्दीली लाने के क्रांतिकारी फैसलों ने औने-पौने दाम में बिकने वाले लघु वनोपज को अब मूल्यवान बना दिया है। जिसका सीधा लाभ यहां के वनोपज संग्राहकों को मिलने लगा है। यही कारण है कि छत्तीसगढ़ राज्य आज लघु वनोपज के संग्रहण के मामले में देश का अव्वल राज्य बन गया है। देश का 73 प्रतिशत वनोपज क्रय कर छत्तीसगढ़ राज्य में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। छत्तीसगढ़ देश का एकमात्र राज्य है, जहां 52 प्रकार के लघु वनोपज को समर्थन मूल्य पर क्रय किया जा रहा है। इससे वनवासियों एवं वनोपज संग्राहकों को सीधा लाभ मिल रहा है।
छत्तीसगढ़ सरकार ने लघु वनोपजों की खरीदी की व्यवस्था के साथ-साथ अब इनके वैल्यू एडीशन की दिशा में तेजी से पहल शुरू कर दी है। राज्य में वनांचल परियोजना शुरू की गई है। जिसका उद्देश्य वनांचल क्षेत्रों में लघु वनोपज आधारित उद्योगों की स्थापना कर वनवासियों द्वारा संग्रहित किए गए लघु वनोपज का मूल्य संवर्धन कर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है।
छत्तीसगढ़ सरकार ने लघु वनोपज आधारित उद्योगों के प्रोत्साहन के लिए राज्य की नई उद्योग नीति में कई तरह के छूट एवं आकर्षक पैकेज देने का प्रावधान किया है। जिसके चलते उद्यमी अब वनांचल क्षेत्रों में वनोपज आधारित उद्योग लगाने के लिए आकर्षित होने लगे हैं। अब तक 15 उद्यमियों ने वनांचल क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार के वनोपज आधारित उद्योग लगाने के लिए राज्य सरकार को 75 करोड़ रूपए के पूंजी निवेश के प्रस्ताव सहित आवेदन दिया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर वनोपज संग्राहकों को उनकी मेहनत का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए लघु वनोपजों के क्रय मूल्य में बढ़ोतरी के साथ-साथ तेंदूपत्ता संग्रहण की दर को 2500 रूपए प्रति मानक बोरा से बढ़ाकर सीधे 4000 रूपए प्रति मानक बोरा किया गया। जिसकी वजह से राज्य के लगभग 12 लाख तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों को प्रति वर्ष 225 करोड़ रूपए की अतिरिक्त मजदूरी के साथ ही 232 करोड़ रूपए का अतिरिक्त प्रोत्साहन पारिश्रमिक बोनस भी मिला है।
महुआ के समर्थन मूल्य को 17 रूपए से बढ़ाकर 30 रूपए प्रति किलोग्राम, इमली 25 रूपए के बजाय अब 36 रूपए प्रति किलो, चिरौंजी गुठली 93 रूपए से बढ़ाकर 126 रूपए प्रति किलो की दर से समर्थन मूल्य पर क्रय की जाने लगी है। इसी तरह रंगीनी लाख 130 रूपए प्रति किलो ग्राम से बढ़ाकर रूपये 220 प्रति किलोग्राम, कुसमी लाख 200 प्रति किलोग्राम से बढ़ाकर अब 300 रूपए प्रति किलोग्राम, शहद 195 रूपए से बढ़ाकर रूपये 225 प्रति किलोग्राम में खरीदा जा रहा है। इसका सीधा लाभ 5 लाख ग्रामीण परिवारों को प्राप्त हुआ। अन्य वनोपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने और खरीदी की व्यवस्था करने से ग्रामीणों को लगभग 300 करोड़ रूपए की अतिरिक्त लाभ होने लगा है।
वर्तमान में राज्य में संग्रहित वनोपज ही केवल पांच फीसद हिस्से का ही प्रसंस्करण राज्य में होता है। इस स्थिति को बदलने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने वनांचल परियोजना प्रारंभ की गई है, बस्तर जैसे क्षेत्र में वनोपज आधारित उद्योग को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से आकर्षक सब्सिडी का प्रावधान किया गया है। इस योजना से उत्साहित होकर बस्तर क्षेत्र में 15 उद्यमियों ने लघु वनोपज आधारित उद्योग स्थापित करने हेतु अपनी सहमति दी है। इनके साथ एम.ओ.यू प्रक्रियाधीन है। वनोपज आधारित उद्योगों में इमली, महुआ, टोरा, हर्रा, बहेड़ा, ला, एसेन्सियल आईल, मुनगा, कोदो कुटकी, रागी आग गुठली, काजू, भिलवा आदि के उद्योग लगाये जायेंगे। इन उद्योगों की बस्तर में लगने से यहाँ के ग्रामीणों को न केवल अतिरिक्त रोजगार प्राप्त होगा, बल्कि वनोपज की लगातार मांग बनी रहेगी। वनांचल से प्राप्त होने वाले वनोपज के अलावा इन उद्योगों के स्थापित होने से बस्तर अंचल के कृषक मुनगा, लेमन ग्रास, सतवर, पचौली, वेटीवर, सफेद मूसली, पिपली, अश्वगंधा जैसे जड़ी बूटियों की खेती भी कर सकेंगे। इससे उन्हें अन्य फसलों की तुलना में दुगनी आय प्राप्त होगी। इन फसलों से एसेन्सियल आईल, एरोमेटिक आईल एवं औषधि उत्पाद तैयार होंगे, जिसका देश के बाहर निर्यात की बड़ी संभावनाएं है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जनवरी। चेम्बर ऑफ कॉमर्स का चुनाव तिथि की घोषणा के साथ ही एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। दोनों प्रमुख पैनल ने अपने बाकी उम्मीदवारों के नाम पर मंथन शुरू कर दिया है। व्यापारी एकता पैनल से महासचिव पद के लिए राजेश वासवानी का नाम तय माना जा रहा है।
चेम्बर चुनाव के लिए मुख्य चुनाव अधिकारी शिवराज भंसाली ने चेम्बर के निवर्तमान चेयरमैन रमेश गांधी और उपाध्यक्ष मनमोहन अग्रवाल को चुनाव अधिकारी नियुक्ति किया है। भंसाली ने दोनों चुनाव अधिकारियों के साथ बैठक कर चुनाव प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया है। चेम्बर चुनाव के लिए मतगणना 21 मार्च को रायपुर में होगी। मतदान 5 चरणों में होंगे, और 7 जिलों में मतदान होगा।
चुनाव तिथि की घोषणा के बाद से ही व्यापारी एकता पैनल और जय व्यापार पैनल के रणनीतिकारों ने बाकी उम्मीदवारों के नाम पर मंथन शुरू कर दिया है। एकता पैनल की पंच कमेटी एक-दो दिनों में महासचिव और अन्य उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है। बताया गया कि एकता पैनल से महासचिव पद के लिए राजेश वासवानी का नाम प्रमुखता से उभरा है। इसके अलावा राधाकिशन सुंदरानी समेत कुछ और नाम की चर्चा है। कोषाध्यक्ष पद के लिए निशिकेत बरडिय़ा का नाम भी तय माना जा रहा है। अध्यक्ष पद के लिए योगेश अग्रवाल के नाम की घोषणा तो काफी पहले ही हो चुकी थी।
जय व्यापार पैनल से पूर्व चेम्बर अध्यक्ष अमर पारवानी प्रचार में जुट गए हैं। उनके पैनल से महासचिव पद के लिए अजय भसीन और कोषाध्यक्ष पद के लिए उत्तम गोलछा का नाम तकरीबन तय माना जा रहा है। पारवानी को व्यापारी प्रगति पैनल का भी समर्थन मिल रहा है। प्रगति पैनल के प्रमुख अमर गिदवानी ने जय व्यापार पैनल को समर्थन देने की घोषणा की है। गिदवानी के पैनल ने पिछले चुनाव में दमदार मौजूदगी का एहसास कराया था।
व्यापारी विकास पैनल के प्रमुख यूएन अग्रवाल ने अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। सूत्र बताते हैं कि यूएन अग्रवाल का पैनल योगेश को समर्थन दे सकता है। यूएन अग्रवाल आज-कल में स्थिति साफ कर सकते हैं। कुल मिलाकर इस बार एकता पैनल और जय व्यापार पैनल के बीच सीधी टक्कर के आसार दिख रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 24 जनवरी राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर सभी बेटियों को बधाई और उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है। उन्होंने अपने बधाई संदेश में कहा है कि यह दिन नारी शक्ति का प्रतीक है। आज ही के दिन हमें इंदिरा गांधी के रूप में देश की पहली महिला प्रधानमंत्री मिली थी। श्री बघेल ने कहा कि राज्य सरकार बालिकाओं को बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा, और सुरक्षित माहौल देने के लिए कृत संकल्पित हैं। आज बेटियां हर क्षेत्र में अपने कदम बढ़ा रही हैं। बेटियों के सशक्तिकरण के साथ हमें उन्हें सुरक्षित और सहज माहौल देने की भी जरूरत है। इसके लिए समाज को अधिक जागरूक होने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी बालिकाओं से कहा है कि खूब पढ़ें ,निडर होकर आगे बढ़ें और अपने सपनें साकार करें, राज्य सरकार का सहयोग हमेशा उनके साथ है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जनवरी। परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने राजधानी के शंकर नगर स्थित निवास कार्यालय में परिवहन विभाग के काम-काज की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने समीक्षा करते हुए विभागीय अधिकारियों को नवीन मेक व मॉडल के अनुमोदन तथा वाहन डीलर्स के निलंबित व्यवसाय प्रमाण पत्रों की अपील का त्वरित निराकरण के लिए निर्देश दिए।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ मोटरयान नियम के प्रावधानों का पालन नहीं करने वाले वाहन डीलर्स का व्यवसाय प्रमाण पत्र क्षेत्रीय अथवा जिला परिवहन अधिकारियों द्वारा निलंबन किया गया है। ऐसे निलंबित व्यवसाय प्रमाण पत्रों के निलंबन के विरूद्ध अतिरिक्त परिवहन आयुक्त कार्यालय नवा रायपुर में अपील की जा रही है। परिवहन मंत्री श्री अकबर ने इनमें अब तक प्राप्त समस्त निलंबित व्यवसाय प्रमाण पत्रों के अपील प्रकरणों की नियमानुसार सुनवाई कर एक कार्य दिवस 23 जनवरी शनिवार तक व्यवसाय प्रमाण पत्र बहाल करने के लिए निर्देशित किया। इसी तरह उन्होंने नवीन मेक व मॉडल के अनुमोदन की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए और छत्तीसगढ़ मोटरयान नियम के तहत नवीन मेक मॉडल के अनुमोदन की प्रक्रिया को भी 25 जनवरी सोमवार तक हर हालात में पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जनवरी। गणतन्त्र दिवस पर राजपथ पर निकलने वाली राज्यों की झांकियों का नई दिल्ली की राष्ट्रीय रंगशाला में प्रेस प्रीव्यू आयोजित किया गया। प्रेस प्रीव्यू के दौरान छत्तीसगढ़ के जनजातीय क्षेत्रों में प्रयुक्त होने वाले लोक वाद्यों पर आधारित झांकी को राष्ट्रीय मीडिया के सामने प्रस्तुत किया गया। इस दौरान छत्तीसगढ़ की झांकी के समक्ष छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों ने मांदरी नृत्य का प्रदर्शन किया।
गणतंत्र दिवस पर इस बार नई दिल्ली के राजपथ पर छत्तीसगढ़ के लोक संगीत का वाद्य वैभव दिखेगा। छत्तीसगढ़ के जनजातीय क्षेत्रों में प्रयुक्त होने वाले लोक वाद्यों को उनके सांस्कृतिक परिवेश के साथ प्रदर्शित किया जा रहा है।
राज्य शासन के जनसंपर्क विभाग द्वारा तैयार की जा रही इस झांकी में छत्तीसगढ़ के दक्षिण में स्थित बस्तर से लेकर उत्तर में स्थित सरगुजा तक विभिन्न अवसरों पर प्रयुक्त होने वाले लोक वाद्य शामिल किए गए हैं। इनके माध्यम से छत्तीसगढ़ के स्थानीय तीज त्योहारों तथा रीति रिवाजों में निहित सांस्कृतिक मूल्यों को भी रेखांकित किया गया है।
झांकी के ठीक सामने वाले हिस्से में एक जनजाति महिला बैठी है जो बस्तर का प्रसिद्ध लोक वाद्य धनकुल बजा रही है। धनकुल वाद्य यंत्र, धनुष, सूप और मटके से बना होता है। जगार गीतों में इसे बजाया जाता है। झांकी के मध्य भाग में तुरही है। ये फूँक कर बजाया जाने वाला वाद्य यंत्र है, इसे मांगलिक कार्यों के दौरान बजाया जाता है। तुरही के ऊपर गौर नृत्य प्रस्तुत करते जनजाति हैं। झांकी के अंत में माँदर बजाता हुआ युवक है। झांकी में इनके अलावा अलगोजा, खंजेरी, नगाड़ा, टासक, बांस बाजा, नकदेवन, बाना, चिकारा, टुड़बुड़ी, डांहक, मिरदिन, मांडिया ढोल, गुजरी, सिंहबाजा या लोहाटी, टमरिया, घसिया ढोल, तम्बुरा को शामिल किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जनवरी। सुभाष स्टेडियम में चल रहे वॉल्फोर्ट जैन प्रीमियर लीग में विगत दिवस लीग मुकाबलों के अंतिम तीन मैच खेले गए। वीर स्पोर्ट्स क्लब के अध्यक्ष प्रवीण जैन ने बताया कि पहला मैच विज़ पांडा और स्वर्णभूमि के मध्य खेला गया।
विज पांडा के 88 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी स्वर्णभूमि सिर्फ 65 रन ही बना सकी। चंद्रप्रकाश ने अपनी टीम की जीत में 5 महत्वपूर्ण विकेट झटके। उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। दिन का दूसरा मैच सांखला ब्रदर्स और स्वस्तिक 11 के मध्य खेला गया, सांखला ब्रदर्स के 7 विकेट पर 57 रनों की चुनौती को स्वस्तिक 11 ने 9 विकेटों के नुकसान पर प्राप्त कर लिया। वही लीग मुकाबलों का अंतिम मैच एलीट कूचे और नकौड़ा 11 के मध्य खेला गया, एलीट कूचे के 109 रनों के जबाव मैं नकौड़ा 96 रनों पर ही सिमट गई, अपनी टीम के लिए 54 रनों के साथ 4 विकेट लेने वाले वैभव जैन मैन ऑफ द मैच चुने गए।
20 लाख किसान बेच चुके हैं धान
रायपुर, 23 जनवरी। छत्तीसगढ़ राज्य में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के रिकार्ड का ग्राफ प्रतिदिन बढ़ते जा रहा है। राज्य में 22 जनवरी तक 86 लाख 50 हजार 164 मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। अब तक राज्य के 19 लाख 83 हजार 658 किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान बेच चुके हैं। कस्टम मिलिंग के लिए मिलर्स को 28 लाख 85 हजार 825 मीट्रिक टन धान का डीओ जारी किया जा चुका है, जिसके विरूद्ध अब तक 26 लाख 6 हजार 203 मीट्रिक टन धान का उठाव कर लिया गया है।
राज्य के किसानों को अब तक 14 हजार 960 करोड़ रूपए का भुगतान उनके बैंक खाते में ऑनलाइन किया गया है। खरीफ वर्ष 2020-21 में 22 जनवरी 2021 तक राज्य के बस्तर जिले में एक लाख 24 हजार 472 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है। इसी प्रकार बीजापुर जिले में 56 हजार 420 मीट्रिक टन, दंतेवाड़ा जिले में 13 हजार 665 मीट्रिक टन, कांकेर जिले में 2 लाख 72 हजार 844 मीट्रिक टन, कोण्डागांव जिले में एक लाख 30 हजार 120 मीट्रिक टन, नारायणपुर जिले में 17 हजार 665 मीट्रिक टन, सुकमा जिले में 34 हजार 672 मीट्रिक टन, बिलासपुर जिले में 4 लाख 37 हजार 457 मीट्रिक टन, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 67 हजार 56 मीट्रिक टन, जांजगीर-चांपा जिले में 7 लाख 81 हजार 941 मीट्रिक टन, कोरबा जिले में एक लाख 19 हजार 472 मीट्रिक टन, मुंगेली जिले में 3 लाख 50 हजार 357 मीट्रिक टन खरीदी की गई है।
इसी तरह रायगढ़ जिले में 5 लाख 11 हजार 832 मीट्रिक टन, बालोद जिले में 5 लाख 5 हजार 285 मीट्रिक टन, बेमेतरा जिले में 5 लाख 77 हजार 698 मीट्रिक टन, दुर्ग जिले में 3 लाख 89 हजार 916 मीट्रिक टन, कवर्धा जिले में 3 लाख 90 हजार 118 मीट्रिक टन, राजनांदगांव जिले में 7 लाख 19 हजार 776 मीट्रिक टन, बलौदाबाजार जिले में 6 लाख 22 हजार 994 मीट्रिक टन, धमतरी जिले में 4 लाख 15 हजार 553 मीट्रिक टन, गरियाबंद जिले में 3 लाख 1 हजार 624 मीट्रिक टन, महासमुंद जिले में 6 लाख 66 हजार 716 मीट्रिक टन, रायपुर जिले में 4 लाख 79 हजार 562 मीट्रिक टन, बलरामपुर जिले में एक लाख 39 हजार 464 मीट्रिक टन, जशपुर जिले में एक लाख 3 हजार 909 मीट्रिक टन, कोरिया जिले में एक लाख 7 हजार 356 मीट्रिक टन, सरगुजा जिले में एक लाख 42 हजार 792 मीट्रिक टन और सूरजपुर जिले में एक लाख 69 हजार 925 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है।
10वीं की 15 अप्रैल से 12वीं की 3 मई से
9वीं 11वीं की परीक्षाएं स्थानीय स्तर पर आयोजित की जाएंगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जनवरी। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल आयोजित की जाने वाली बोर्ड परीक्षाओं की समय-सारणी आज घोषित कर दी गई है। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल से प्राप्त जानकारी के अनुसार कक्षा 10वीं की परीक्षा 15 अप्रैल से प्रारंभ होकर एक मई को समाप्त होगी। कक्षा 12वीं की मुख्य परीक्षा 3 मई से प्रारंभ होकर 24 मई को समाप्त होगी।
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल के सचिव प्रो. वीके गोयल ने बताया कि मुख्य परीक्षाएं ऑफ लाइन मोड में आयोजित की जाएगी। इसके लिए इस वर्ष छात्रों को उन्हीं के स्कूलों में परीक्षा केन्द्र बनाकर, परीक्षा देने की व्यवस्था की जाएगी। परीक्षा केन्द्रों पर केन्द्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी किए गए कोरोना महामारी संक्रमण के बचाव के लिए सभी बिन्दुओं को पालन किया जाना अनिवार्य होगा। मुख्य परीक्षा की समय-सारणी मंडल की वेबसाइट 222.ष्द्दड्ढह्यद्ग.ठ्ठद्बष्.द्बठ्ठ पर उपलब्ध है।
श्री गोयल ने बताया कि इस वर्ष प्रायोजना कार्य और प्रायोगिक परीक्षाएं 10 फरवरी से प्रारंभ होंगी। इन परीक्षाओं में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए एक विषय की प्रायोगिक परीक्षा एक दिन में 2-3 शिफ्ट में आयोजित की जाएंगी और छात्र संख्या अधिक होने की स्थिति में उसी विषय की परीक्षा एक से अधिक दिनों में भी ली जा सकेंगी ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके। कोरोना महामारी के मद्देनजर प्रायोगिक परीक्षा में बाह्य परीक्षक की अनिवार्यता को समाप्त किया गया है। यथासंभव 10 मार्च तक परियोजना कार्य और प्रायोगिक परीक्षाएं पूर्ण कर ली जाएंगी। इस संबंध में सभी स्कूलों के लिए निर्देश जारी किए जा रहे हैं।
इन सभी कि अतिरिक्त कक्षा 9वीं और 11वीं के परीक्षाएं स्थानीय स्तर पर (होम एक्जामिनेशन) आयोजित की जाएंगी, अर्थात् छात्र अध्ययनरत स्कूल में ही परीक्षा देंगे, संबंधित स्कूल के द्वारा ही परीक्षा के प्रश्न पत्र तैयार कराए जाएंगे, समय-सारणी तैयार की जाएगी और मूल्यांकन कराकर परिणाम घोषित किए जाएंगे सभी कार्य संबंधित स्कूल स्तर पर ही किए जाएंगे। इस संबंध में भी अलग से निर्देश जारी किए जा रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जनवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 23 जनवरी की देर शाम रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा यहां करीब 55 लाख की लागत से तैयार विद्याचरण शुक्ल चौक का लोकार्पण करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया करेंगे।
विशेष अतिथि के तौर पर जिले के प्रभारी मंत्री रविंद्र चौबे, सांसद सुनील सोनी, छाया वर्मा, विकास उपाध्याय, महापौर एजाज ढेबर, विधायक सत्यनारायण शर्मा, विधायक बृजमोहन अग्रवाल, हाउसिंग बोर्ड अध्यक्ष विधायक कुलदीप जुनेजा, विधायक अमितेश शुक्ला, धनेंद्र साहू, अनिता योगेंद्र शर्मा, निगम अध्यक्ष प्रमोद दुबे, ज्ञानेश शर्मा आदि उपस्थित रहेंगे।
बताया गया कि रायपुर स्मार्ट सिटी द्वारा एक कार्य योजना बनाकर पुराने ओसीएम चौक को आकर्षक बनाया गया है। नवनिर्मित चौक पर 7 फीट ऊंचा फाउंटेन तैयार किया गया है, वहीं एलईडी खंभे और आकर्षक पेंटिंग कर चौक का उन्नयन किया गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल के योगदान को याद करते हुए उनके नाम पर अब यह चौक तैयार किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जनवरी। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन रायपुर द्वारा 24 जनवरी को दोपहर तीन से साढ़े चार बजे तक आम जनता के लिए फस्र्ट एड अर्थात प्राथमिक उपचार पर एक वेबीनार का आयोजन किया गया है, जो ऑनलाइन होगा। इस सेमिनार के जरिए दर्जनभर से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टर आम जनता को आपातकालीन स्थितियों में अस्पताल पहुंचने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और क्या करना चाहिए, जिससे मरीज की स्थिति ना बिगड़े, इस बारे में जानकारी देंगे।
बताया गया कि जिन आपातकालीन स्थिति के बारे में जानकारी दी जाएगी, इसमें कुत्ते-बिल्ली और सांप-बिच्छू का काटना, जहर सेवन, आंखों में चोट लगना , अत्यधिक खून बहना, गर्भवती महिलाओं में अत्यधिक रक्तस्त्राव, नाक कान या गले में कोई बाहरी चीज फंस जाना, बिजली का झटका लगना या जल जाना, मिर्गी दौरा आना , अचानक बेहोश होकर गिर जाना, पानी में डूब जाना, धडक़न बंद हो जाना, हड्डी टूट जाना आदि शामिल किया गया है।
वेबीनार में जो डॉक्टर अपने अनुभवों से आम जनता को मार्गदर्शन देंगे, उसमें आईएमए प्रांत अध्यक्ष डॉ.महेश सिन्हा, आईएमए रायपुर अध्यक्ष डॉ. विकास अग्रवाल, आईएमए सचिव वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.आशा जैन, आईएमए पूर्व प्रांत अध्यक्ष डॉ. अशोक त्रिपाठी, आईएमए रायपुर पूर्व अध्यक्ष नाक कान गला रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिल जैन, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. हर्ष गुप्ता, वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मोनिका पाठक, एम्स के हड्डी रोग विभागाध्यक्ष डॉ. आलोक अग्रवाल, फिजिशियन डॉ. कैसर सलीम, डॉ. फिरोज मेमन, एमएमआई के वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. एचपी सिन्हा, अंबेडकर अस्पताल के क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट डॉ. ओपी सुंदरानी, प्लास्टिक सर्जन डॉ. विवेक चौबे शामिल हैं।
रायपुर, 23 जनवरी। छत्तीसगढ़ व्यायाम शिक्षक संघ ने विगत दिवस स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम से मुलाकात कर 10वीं एवं 12वीं के उत्कृष्ठ शालेय खिलाडिय़ों को बोनस अंक देने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
व्यायाम शिक्षक संघ ने शिक्षा मंत्री से मांग की है कि पिछले वर्ष 9वीं और 11वीं में पढ़ाई के दौरान राज्य और राष्ट्रीय स्पर्धा में पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को इस वर्ष होने वाले 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में विशेष अंक दिए जाएं। इसके अलावा संघ ने नई शिक्षा नीति के तहत छग स्कूल शिक्षा विभाग मेें शारीरिक शिक्षा को अनिवार्य सैंद्धांतिक विषय के रुप में शामिल करने की भी मांग की है। ज्ञापन सौंपने वालों में संघ अध्यक्ष हरीश देवांगन,संजय शुक्ला, वरूण पांडेय,लाल बहादुर सोनकर, संदीप शर्मा, पितांबर पटेल और अखिलेश दुबे शामिल रहे।
‘खुशियों का शुक्रवार’ कार्यक्रम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जनवरी। डीजीपी डीएम अवस्थी ने कल ‘खुशियों का शुक्रवार’ कार्यक्रम में पुलिस परिजनों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं का निराकरण किया। डीजीपी ने कार्यक्रम में दिवंगत 14 पुलिसकर्मियों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति पत्र प्रदान किए। साथ ही पारिवारिक समस्या होने पर 3 शहीद परिवारों के परिजनों के आग्रह पर सहानुभूतिपूर्वक स्थानांतरण भी किया।
डीजीपी से मुलाकात के लिए मुंगेली में पदस्थ एएसआई ने अनुरोध किया कि उनकी सेवानिवृत्ति 5 माह बाकी हैं, उनका स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहता है, इसलिए उनका स्थानांतरण गृहनगर जांजगीर कर दिया जाए। श्री अवस्थी ने स्वास्थ्यगत कारणों से तत्काल स्थानांतरण आदेश जारी कर दिया ।
इन लोगों को मिली अनुकंपा नियुक्ति
जिन पुलिस परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति दी गई है, उसमें योगेन्द्र साहू, सचिन चौरे, ममता अनंत, शकुंतला थापा, मंदाकिनी ठाकुर, नितेश साहनी, प्रमोद भगत, बाल आरक्षक चिरंजीव, सौरभ सलाम, ओमप्रकाश कश्यप, अंजू खाखा, निखिल कुमार मज्जी, कान्हा साहू, नेहा त्रिपाठी शामिल हैं।
सवा लाख किसानों ने मक्का बेचने कराया पंजीयन
रायपुर, 23 जनवरी। छत्तीसगढ़ में खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर मक्का की खरीदी बीते एक दिसम्बर 2020 से जारी है। राज्य में अब तक 835 क्विंटल मक्का की खरीदी हो चुकी है। किसानों को मक्का का 15 लाख 45 हजार 675 रूपए भुगतान किया गया है। राज्य में 31 मई तक होगी मक्का की खरीदी। मक्का बेचने के लिए 01 लाख 20 हजार 990 किसानों ने अपना पंजीयन कराया है।
राज्य के पंजीकृत किसानों से 1850 रूपए प्रति क्विंटल की दर से प्रति एकड़ 10 क्विंटल मक्का की खरीदी की जाएगी। राज्य के कांकेर जिले के 5 हजार 868 किसानों से 119.50 क्विंटल मक्का की खरीदी की गई है। इसी प्रकार बालोद जिले के 345 किसानों से 555 क्विंटल, राजनांदगांव के 2 हजार 402 किसानों से 39 क्विंटल, गरियाबंद जिले के 5 हजार 846 किसानों से 24.50 क्विंटल और बलरामपुर जिले के 19 हजार 863 किसानों से 97.50 क्विंटल मक्का की खरीदी की गई है।
घर बैठे डाउनलोड करना हुआ बहुत आसान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जनवरी। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी 2021 को इलेक्ट्रानिक मतदाता फोटो पहचान पत्र (ई-एपिक) लाँच किया जा रहा है। यह एक डिजिटल पीडीएफ के फॉर्मेट पर उपलब्ध होगा,जिसे मतदाता अपने जरूरत के हिसाब से कभी भी डाउनलोड कर प्रिंट करवाकर उपयोग कर सकता है।
25 जनवरी 2021 से एनवीएसपी डॉट इन अथवा वोटरपोर्टल डॉट ईसीआई डॉट जीवोवी डॉट इन या वोटर हेल्पलाइन मोबाईल एप्लिकेशन के माध्यम से डॉउनलोड किया जा सकता है। इसके लिए सर्वप्रथम मतदाता को अपना रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर करना होगा। इपिक नंबर एन्ट्री करना होगा। पंजीकृत मोबाईल नंबर पर एक ओटीपी प्राप्त होगा। ओटीपी के माध्यम से ई-एपिक डाउनलोड किया जा सकता है। यदि किसी का मोबाइल नंबर इपिक कार्ड के साथ लिंक नही है तो केवायसी की आवश्यकता होगी। इसके लिए केवायसी लिंक डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू केवायसी डॉट इसीआई डॉट इन लिंक पर जाकर केवायसी की प्रक्रिया पूरी कर ई-इपिक डाउनलोड किया जा सकता है।
ऐसे मतदाता अपना ई-इपिक 25 से 31 जनवरी 2021 तक डाउनलोड कर सकेंगे, जिन्होंने हाल ही में विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 2021 के दौरान अपना यूनिक मोबाईल नंबर देकर नया नाम मतदाता सूची में जुड़वाया है। 1 फरवरी 2021 से शेष सभी मतदाता ई इपिक डाउनलोड कर सकेंगें। इससे लोगों को आसानी से घर बैठे एपिक कार्ड मिल सकेगा। गुमने आदि का भी डर नहीं रहेगा। इसे मतदाता अपने मोबाईल पर स्टोर कर सकता है। डी.जी. लॉकर में अपलोड कर सकता है। इसे स्वयं प्रिंट और लेमिनेट कर सकता है। आयोग ने इस अभियान का थीम ई-वोटर कार्ड हुआ डिजिटल एवं क्लिक पर इपिक रखा गया है।
महासमुंद का मामला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जनवरी। यह एक ऐसा मामला है जिसमें कमिश्नर के नामांतरण प्रकरण पर आदेश का पालन करने में एसडीएम और तहसीलदार द्वारा टालमटोल किया जा रहा है। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी की गई है।
बताया गया कि कटोरा तालाब-पंजाबी कॉलोनी रहवासी अर्जुनदास वासवानी ने महासमुंद के किसान कमलकुमार तंबोली से 23 सितंबर 2017 को जमीन खरीदी थी। रजिस्ट्री से पूर्व वासवानी द्वारा स्थल का सीमांकन कराने सहित सभी औपचारिकताओं का पालन किया गया। वासवानी ने बताया कि जमीन खरीदी के बाद महासमुंद के कुछ भूमाफियाओं द्वारा तहसीलदार और एसडीएम की मिलीभगत से कूटरचित दस्तावेज के आधार पर विवाद खड़ा करने की कोशिश की गई।
उन्होंने बताया कि प्रकरण का रायपुर कमिश्नर द्वारा निराकरण कर दिया गया। कमिश्नर द्वारा पारित आदेश के बाद भी महासमुंद तहसीलदार मूलचंद चोपड़ा और एसडीएम सुनील चंद्रवंशी द्वारा आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है, बल्कि इसमें टालमटोल रवैया अपनाया जा रहा है। इसके बाद वासवानी ने मुख्यमंत्री श्री बघेल से तहसीलदार के खिलाफ शिकायत कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने जमीन पर से अवैध कब्जा हटाकर उन्हें राहत देने का आग्रह किया है। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने प्रकरण को संज्ञान में लिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जनवरी। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाताओं को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रायपुर द्वारा 25 जनवरी को सवेरे 11 बजे इंदिरा गांधी कृषि महाविद्यालय रायपुर में राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया जा रहा है। प्रमुख लोकायुक्त छत्तीसगढ़ लोक आयोग न्यायमूर्ति टीपी शर्मा समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। समारोह की अध्यक्षता राज्य निर्वाचन आयुक्त ठाकुर राम सिंह करेंगे। समारोह में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति डॉ. एसके पाटिल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।