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स्पेन में मिली प्राचीन कलाकृति निएंडरथलों ने ही बनाई थी
03-Aug-2021 7:13 PM
स्पेन में मिली प्राचीन कलाकृति निएंडरथलों ने ही बनाई थी

निएंडरथलों के बारे में अनगढ़ और पाशविक होने की धारणा रही है, लेकिन अब एक अध्ययन में पुष्टि हुई है कि उन्होंने हजारों साल पहले स्पेन की एक गुफा में कलाकृतियां बनाई थीं.

(dw.com)  

2018 में एक शोध पेपर छपा था जिसमें स्पेन में कुएवा दे अरदालेस नाम की एक गुफा में स्टेलेग्माइटों पर मिले लाल ओकर के रंग को लेकर चौंकाने वाली जानकारी थी. पेपर में दावा किया गया था कि लाल ओकर की ये कलाकृतियां निएंडरथलों ने ही बनाई थीं.

इस दावे को लेकर पुरातत्व समुदाय में भी काफी बहस हुई थी. कलाकृतियों के अध्ययन से अनुमान लगाया गया कि ये कम से कम 64,800 साल पुरानी थीं. ये उस समय बनाई गई थीं जब आधुनिक मानव अभी यूरोप में बसा नहीं था. लेकिन इस दावे को लेकर विवाद हुआ.

प्राकृतिक निशान?

पीएनएएस नाम की पत्रिका में छपे एक नए पेपर के सह-लेखक फ्रांसेस्को द'एरिको ने बताया कि "एक वैज्ञानिक लेख में कहा गया कि संभव है ये रंगों के निशान प्राकृतिक हों." उन्होंने यह भी बताया कि ये लोहे के ऑक्साइड के बहने का नतीजा हो सकते हैं.

हालांकि एक नए विश्लेषण में सामने आया है कि इन निशानों के अंदर मौजूद तत्त्व और उनका स्थान प्राकृतिक प्रक्रियाओं के अनुकूल नहीं थे, बल्कि उन्हें छींटें और फूंक मार कर लगाया गया था. इसके अलावा उनकी बनावट भी गुफा से लिए हुए प्राकृतिक नमूनों से मेल नहीं खाती. इससे यही संकेत मिलता है कि यह रंग किसी बाहरी स्रोत से आए थे.

और ज्यादा गहन अध्ययन करने पर यह भी पता चला कि रंगों को अलग अलग अवधि पर लगाया गया, जिनमें 10,000 सालों से भी ज्यादा का फासला था. द'एरिको का कहना है कि इससे इस अनुमान को बल मिलता है की निएंडरथल कई हजार सालों तक बार बार यहां आते रहे और गुफा में रंगों के निशान बनाते गए."

नई रोशनी

इस निएंडरथल "कला" की पूर्व-ऐतिहासिक आधुनिक इंसानों द्वारा बनाए गए गुफा चित्रों से तुलना करना मुश्किल है. फ्रांस की शॉवे-पों द'आर्क गुफा में मिले गुफा चित्र 30,000 सालों से भी ज्यादा पुराने हैं. हालांकि यह नई खोज निएंडरथलों के बारे में सामने आ रहे नए तथ्यों में इजाफा करती है.

कई नए तथ्य अब इस बात को साबित कर रहे हैं कि जिनकी वंशावली करीब 40,000 साल पहले लुप्त हो गई वो निएंडरथल होमो सेपियन्स के कोई उजड्ड रिश्तेदार नहीं थे, जैसा की उन्हें लंबे समय से दर्शाया गया. इस नई खोज को करने वाली टीम ने लिखा कि ये निशान "कला" की संकरी परिभाषा के तहत नहीं आते, "लेकिन ये एक स्थान के सांकेतिक अर्थ को यादगार बनाने के इरादे से किए गए चित्रात्मक व्यवहार का नतीजा" हैं.

इन कलाकृतियों ने "कुछ निएंडरथल समुदायों की सांकेतिक प्रणालियों में एक मूलभूत भूमिका निभाई". हालांकि इन चिन्हों का अर्थ आज भी एक रहस्य है.  (dw.com)

सीके/एए (एएफपी)

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