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बालकोनगर, 17 दिसंबर। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने प्रचालन के विश्वस्तरीय मानदंडों के अनुरूप अपनी विभिन्न उत्पादन प्रक्रियाओं में ऊर्जा की खपत निरंतर घटाने में सफलता पाई है। एल्यूमिनियम उत्पादन लागत नियंत्रित करते हुए बालको ने ग्रीन एल्यूमिनियम के उत्पादन में नए आयाम स्थापित किए हैं। धातु उत्पादन के क्षेत्र में बालको की विशिष्ट ऊर्जा खपत में कमी आई है। कोयले की खपत में कमी और ऊर्जा उत्पादन दर में सुधार से बालको का औद्योगिक स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं पर्यावरण प्रबंधन मजबूत हुआ है।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक अभिजीत पति ने बालको परिवार को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने बताया कि एल्यूमिनियम उद्योग में बड़े पैमाने पर ऊर्जा की खपत होती है। एल्यूमिनियम भविष्य की हरित धातु है जिसका विभिन्न क्षेत्रों में अनुप्रयोग निरंतर बढ़ रहा है। बीते साढ़े पांच दशकों में देश की आत्मनिर्भरता और अर्थव्यवस्था की मजबूती में बालको का महत्वपूर्ण योगदान है। वेदांता समूह के निवेश से बालको की उत्पादन क्षमता में लगभग छह गुना बढ़ोत्तरी हुई। इसके साथ ही ऊर्जा की खपत कम करने की दिशा में अनेक महत्वपूर्ण परियोजनाएं संचालित की गईं। बालको ने अपने स्मेल्टर के पॉट लाइन-1 में ऊर्जा की खपत कम की है।
श्री पति ने बताया कि भारत तथा खाड़ी देशों के अन्य एल्यूमिनियम उद्योगों के मुकाबले बालको की विशिष्ट ऊर्जा खपत सबसे कम है। श्री पति ने यह भी कहा कि पर्यावरण, सामुदायिक उत्तरदायित्व, गवर्नेस और नवाचार के उच्चस्तरीय मानदंडों को अपनाकर कार्बन फुट प्रिंट कम करते हुए बालको प्रबंधन हरित एवं उज्ज्वल भविष्य निर्माण की दिशा में योगदान दे रहा है।