कारोबार
रायपुर, 26 दिसंबर। मैट्स यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों के औद्योगिक प्रशिक्षण और प्लेसमेंट के उद्देश्य से मैट्स तथा वेदांता मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन (वीएमआरएफ) के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) हुआ है। इस एमओयू के माध्यम से विद्यार्थियों को औद्योगिक प्रशिक्षण और प्लेसमेंट का अवसर मिलेगा। मैट्स यूनिवर्सिटी के कुलसचिव गोकुलानंद पांडा और वीएमआरएफ के हेड एचआर सुधीर कुमार ने हस्ताक्षर किए।
मैट्स यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों को वेदांता मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन द्वारा इंटर्नशिप, प्रशिक्षण और प्लेसमेंट का अवसर प्रदान किया जाएगा। वेदांता मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन वेदांता रिसोर्सेज और भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (बाल्को) द्वारा शुरू किया गया एक गैर-लाभकारी संगठन है। यह संगठन चिकित्सा, शल्य चिकित्सा और विकिरण ऑन्कोलॉजी के क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट केंद्र के माध्यम से कैंसर और इससे संबंधित बीमारियों की रोकथाम में योगदान देता है।
फाउंडेशन का उद्देश्य अल्ट्रा-मॉडर्न, मल्टी-मोडैलिटी डायग्नोस्टिक और चिकित्सीय सुविधाओं को देश की आम आबादी तक उचित और सस्ती कीमत में पहुँचाना है। मैट्स यूनिवर्सिटी विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
यूनिवर्सिटी अपने विभिन्न संकायों के माध्यम से तेजी से बढ़ते वैज्ञानिक और नवीनतम तकनीकी ज्ञान के साथ अनुसंधान के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने निरंतर प्रयासरत है।
मैट्स यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति गजराज पगारिया, महानिदेशक प्रियेश पगारिया, कुलपति प्रो. के.पी. यादव, उपकुलपति डॉ. दीपिका ढांढ, कुलसचिव गोकुलानंदा पंडा ने हर्ष व्यक्त करते हुए इस एमओयू को विद्यार्थियों के स्वर्णिम भविष्य का महत्वपूर्ण अवसर बताया है।