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रायपुर, 27 दिसंबर। साइंस कॉलेज बीएससी 1996 बैच के विद्यार्थियों ने हाल ही में एक निजी होटल में मिलकर कॉलेज के दिनों की यादें ताजा कीं। सचिन शर्मा ने बताया कि वाकया उस समय का था जब मुंबई से आये दोस्त ने सब मिलने की इच्छा जाहिर की। साइंस कॉलेज के बीएससी 1996 बैच के विद्यार्थियों ने व्हाट्सप ग्रुप में प्लान करना शुरू किया उसके बाद कारवा जुड़ता गया, सबने मिलने ठानी।
श्री शर्मा ने बताया कि क्रिसमस की शाम को निजि होटल में शाम 6 बजे सब जुट गए। मिलने का उत्साह इतना था कोई अपनी मीटिंग छोड़कर आया तो कोई 450 किलोमीटर दूर से, तो कोई कोरिया से सेम डे पहुँचा। राकेश नही पहुँच सका तो वर्चुअली जुड़ गया। एक बंधु तो अपने जन्मदिन की पार्टी छोड़कर शामिल हुआ। मिलते सबके चेहरे खुशी से चमक उठे। सबसे पहले सबने मिलकर केक काटा। यह मिलन केक था।
श्री शर्मा ने बताया कि लड़कियों ने एक दूसरे से कहा कि तुम कितनी बदल गई हो, किसी ने कहा ज्यादा तो नही बदली पर पहले से मोटी हो गई। लड़को ने कहा कि तुम्हारे तो बाल गायब हो गये है, तुम्हारी दाढ़ी कितनी बढ़ गई है। कुछ देर वेट करने के बाद सब इक_े हो गये। शार्ट टाइम में इतना अच्छा इवेंट के साथ इतनी सारी सँख्या में सबके आने की उम्मीद नहीं थी। जयेश ने एंकर की भूमिका सम्हाली। एक कर के सबको बुलाया, स्टेज में आकर सबने परिचय दिया।
श्री शर्मा ने बताया कि तारनी ने कहा जो पहले दोस्त थे आज मिलकर लग रहा है कि सब एक परिवार के सदस्य हो गए, यह कहते सब भावुक हो गए। मनोज ने बताया कि उसने तीन पीएचडी की सभी ने तालियां बजाई। शैलेन्द्र ने जब कहा कि वे फिल्में डायरेक्ट करता है उसी समय कुछ स्टोरी के ऑफर आ गए। ट्विन्स शर्मा बन्धु को देखते ही सब फिर से दिमाक लगाने लगे कि कौन प्रवीण है या रविंद। उन्होंने उसे अगला कार्यक्रम उनके फार्म हाउस में रखने का आम आमंत्रण दे दिया।
श्री शर्मा ने यह भी बताया कि इसी बीच देहरादून में बैठी नीतू से सबने वीडियो कॉल से बात की। अब नीरजा की बारी थी जिसने मधुर गायक़ी से सबका मन मोह लिया। सबने पुरानी यादें शेयर की किसी ने बताया कि सेकण्ड ईयर में पहले दिन पहले बेंच बैठने की कितनी जद्दोजहद थी। सचिन ने केमेस्ट्री लेब में किये गए प्रेक्टिकल को याद किया, सोनाली ने किसी ने इंगले सर की सीख को याद किया।
श्री शर्मा ने बताया कि इस बीच महेश्वरी मैडम की जूलॉजी पढ़ाने की ट्रिक याद की तो अविनाश सर का मजकिया अंदाज को याद किया अब वह समय था जब सबकी उपलब्धि बताई जानी लगी। जितेन्द्र ने जब बताया कि वह युवा चेम्बर का कार्यकारी पदाधिकारी है सबने खुशिया जाहिर की और तुरंत शाल श्रीफल से सम्मानित किया। अंत सबने एक साथ डिनर लिया और अनिल पंकज अर्चना को उनके द्वारा किये गए प्रयास के लिए धन्यवाद दिया। उसके सब शानदार यादें लेकर विदा हुए।