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रायपुर, 31 दिसंबर। किसी अर्थव्यवस्था की समृद्धि के लिए वहां के लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रमों एवं नव-उद्यमों की वृद्धि व स्थायित्व अत्यावश्यक हैं। इस प्रक्षेत्र के महत्व पर बल देते हुए, आईआईआईटी-नया रायपुर ने छत्तीसगढ़ राज्य योजना आयोग के सहयोग से एक अध्ययन किया, जिसकी मदद से लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रमों/नवउद्यमों द्वारा छत्तीसगढ़ में कोरोना के दौरान व्यवसाय पर अस्थायी रूप से लगे विराम के कारण उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए लागू की गई लचीलेपन की रणनीतियों (अभिनव विधियों) को समझने का प्रयास किया गया। इस परियोजना का एक उद्देश्य उन महत्वपूर्ण लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रमों को सम्मानित करना था, जिन्होंने इस संकट का सामना अपनी अंदरूनी शक्ति, अभिनवता व दृढ़ता के साथ किया।
व्यवसाय मालिकोंव संस्थापकों द्वारा इस दृढ़ता पुरस्कार के लिए नॉमिनेशन आमंत्रित किया गया। छत्तीसगढ़ के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में उम्मीदवारों ने इसके लिए आवेदन दिया। उनमें से कुछ को अंतिम चरण के लिए चुना गया। विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों की एक समिति ने अनेक मानकों के आधार पर 10 प्रतिभागियों को अंतिम पुरस्कार के लिए चुना। चुने गए दस प्रतिभागियों को समारोह में सम्मानित किया गया तथा चयनित लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रमों के प्रयासों व अध्ययनों को समाहित कर एक कॉफी टेबल पुस्तिका भी आलेखित की गई।
सभी प्रतिभागियों एवं श्रोताओं का स्वागत करते हुए, डॉ. प्रदीप कुमार सिन्हा, निदेशक आईआईआईटी ने अभिनवता एवं उद्यमशीलता की संस्कृति पर बल दिया, जो इस समय संस्थान में पोषित की जा रही है। उन्होंने राज्य में मानव संसाधन का निर्माण करने में मदद करने के उद्देश्य से संस्थान द्वारा उद्यमिता के लिए किए जा रहे विभिन्न प्रयासों का उल्लेख भी किया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अजय सिंह उपाध्यक्ष, छत्तीसगढ़ राज्य योजना आयोग थे। उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य में लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रमों के विकास की सराहना की और सभी विजेताओं को बधाई दी। उन्होंने राज्य में लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रमों की चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करने एवं नीतिगत प्रयासों द्वारा उनके पोषण के लिए एक बेहतर परिवेश का विकास करने का सुझाव दिया।
विशिष्ट अतिथि, राजीव एस., संयुक्त सचिव, लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रम - विकास संस्थान, रायपुर, ने भी यहां मौजूद लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रमों की सराहना की और लघु व मध्यम व्यवसायों को प्रोत्साहित करने के लिए भारतसरकारद्वाराशुरू की गई विभिन्न योजनाओं पर चर्चा की।