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सुनामी के बाद टोंगा में पीने के पानी और राख को लेकर चिंताएं
18-Jan-2022 12:10 PM
सुनामी के बाद टोंगा में पीने के पानी और राख को लेकर चिंताएं

ज्वालामुखी के फटने और सुनामी के आने के बाद पैसिफिक द्वीप टोंगा में अब ज्वालामुखी की राख सबसे बड़ी चिंता का विषय बन गई है. राख के पीने को पानी को प्रदूषित करने की संभावना है और ज्यादातर लोग नहीं जानते कि यह राख जहरीली है.

  (dw.com) 

ज्वालामुखी फटने और सुनामी के बाद टोंगा बाकी दुनिया से अलग थलग हो गया है. द्वीप राख की एक चादर से ढक गया है एयर ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने वहां हुए नुकसान का मूल्यांकन करने के लिए सर्विलांस विमान भेजे हैं.

ऑस्ट्रेलिया के पैसिफिक मंत्री जेड सेसेलजा ने कहा कि शुरूआती रिपोर्टों के मुताबिक बड़े पैमाने पर लोगों की जान नहीं गई है, लेकिन समुद्री तटों पर गई ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने काफी नुकसान के बारे में बताया है. पुलिस ने वहां "घरों को इधर उधर पड़े हुए" देखा.
कोविड मुक्त द्वीप

उन्होंने एक ऑस्ट्रेलियाई रेडियो चैनल को बताया, "हमें मालूम है कि काफी नुकसान हुआ है, विशेष रूप से रिजॉर्टों को." उन्होंने यह भी कहा कि टोंगा का हवाई अड्डा तुलनात्मक रूप से एक अच्छी अवस्था में लग रहा है.

सेसेलजा ने यह भी बताया कि एक ब्रिटिश महिला लापता हैं. सर्विलांस यान दूर के उन द्वीपों में हालात का जायजा लेंगे जहां संचार व्यवस्था पूरी तरह से टूट गई है. ऑस्ट्रेलिया में टोंगा के डिप्टी मिशन प्रमुख कर्टिस तुईहालानजिंजी ने कहा है कि टोंगा की सरकार मदद की प्राथमिकताएं निर्धारित कर रही है और इस समय दुनिया से धीरज की अपील कर रही है.

टोंगा को चिंता इस बात की भी है कि मदद पहुंचाने के बीच कहीं वहां कोविड-19 का प्रसार ना हो जाए. द्वीप अभी तक कोविड से मुक्त है. तुईहालानजिंजी ने बताया, "हम कोविड-19 की सुनामी के रूप में एक और लहर को बुलाना नहीं चाह रहे हैं."

उन्होंने कहा, "लोग जब इतना बड़ा विस्फोट देखते हैं तो वो मदद करना चाहते हैं" लेकिन टोंगा के राजनयिकों को चंदा इकट्ठा करने के कुछ निजी प्रयासों को लेकर भी चिंता है. उन्होंने जनता से आपदा राहत कोष की घोषणा का इंतजार करने को कहा है.
80,000 लोग प्रभावित

तुईहालानजिंजी ने कहा कि टोंगा जो भी मदद भेजी जाएगी उसे पहले क्वारंटीन करना पड़ेगा. यह भी काफी संभव है कि विदेशी कर्मियों को हवाई यानों से उतरने नहीं दिया जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि समुद्र के नीचे तार को गंभीर नुकसान पहुंचा है और इसे ठीक करने में एक हफ्ते से ज्यादा का समय लग सकता है.

टोंगा में टेलीफोन नेटवर्क को दुरुस्त कर दिया गया है लेकिन ज्वालामुखी की राख बड़ी चिंता का विषय बन गई है जो पीने के पानी को प्रदूषित कर रही है. तुईहालानजिंजी ने बताया, "अधिकांश लोग नहीं जानते हैं कि राख जहरीली है, उन्हें उसे सूंघना नहीं चाहिए और उन्हें मास्क पहनना चाहिए."

रेड क्रॉस ने इसे प्रशांत महासागर इलाके में दशकों में सबसे बुरा ज्वालामुखी विस्फोट बताया और कहा कि वो वहां राहत और मदद के लिए अपने नेटवर्क को सक्रिय कर रहा है. प्रशांत महासागर इलाके में संस्था की प्रमुख केटी ग्रीनवुड ने बताया कि सुनामी ने करीब 80,000 लोगों को प्रभावित किया है.

न्यूजीलैंड को उम्मीद है कि वो एक सैन्य ट्रांसपोर्ट यान पर पीने के पानी समेत जरूरत की कुछ चीजें मंगलवार तक भेज पाएगा. टोंगा के साथ संचार अभी भी सीमित है. द्वीप को सारी दुनिया से जोड़ने वाली अंतर्जलीय तार की मालिक कंपनी ने कहा कि संभव है कि वो तार कट गई है और उसकी मरम्मत करने में कई हफ्ते लग सकते हैं.

इस वजह से टोंगा के अधिकांश लोग इंटरनेट इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं और देश के बाहर किसी को फोन भी नहीं कर पा रहे हैं. जो लोग बाहर कुछ संदेश देने में सफल हो पाए उन्होंने बताया कि उन्होंने जब सुनामी की लहरों के शांत होने और राख के गिरने के बाद जब सफाई करना शुरू किया तो पाया कि उनका देश चांद की सतह जैसा लग रहा है.

सीके/एए (रॉयटर्स, एपी)

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