कारोबार

6 माह की दो बच्चियों संग 6 को सफल लिवर ट्रांसप्लांट से मिला नया जीवन, रामकृष्ण केयर की विशेषज्ञता और विश्वसनीयता में वृद्धि-डॉ. संदीप दवे
21-Apr-2022 1:14 PM
6 माह की दो बच्चियों संग 6 को सफल लिवर ट्रांसप्लांट से मिला नया जीवन, रामकृष्ण केयर की विशेषज्ञता और विश्वसनीयता में वृद्धि-डॉ. संदीप दवे
रायपुर, 21 अप्रैल। रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल को मध्य भारत में विश्व स्तरीय सुविधाओं एवं विशेषज्ञ चिकित्सा सुविधाओं के कारण जाना जाता है। अत्याधुनिक मशीनों, जांच सुविधाओं के साथ ही, प्रशिक्षित नर्सिंग स्टॉफ, इसे अग्रणी स्थान दिलाते हैं। इसी क्रम में, रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में लिवर ट्रांसप्लांट की शुरुआत, जुलाई 2021 में, पहले ऑपरेशन के साथ हुई। इसके बाद अब तक 6 लिवर ट्रांसप्लांट किये गये है जो पूर्णत: सफल रहे है। इन 6 लिवर ट्रांसप्लांट के ऑपरेशन में, दो ट्रांसप्लांट जिसमें 6 माह की बच्चियों का लिवर ट्रांसप्लांट शामिल है। इन्हें बाईलियरी एट्रीमिया नाम की गंभीर लिवर रोग हुआ था, डॉ. ए. मिश्रा (लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन) ने विभिन्न जांच के बाद, उनके माता-पिता को बताया कि, बच्चियों के लिवर ट्रांसप्लांट कर ही उनकी प्राणों की रक्षा हो सकती है।
 
दोनों के पिता ने अपनी सहमति व डोनर के रूप में, लिवर का एक भाग डोनेट किया और डॉ. मोहम्मद अब्दुल नईम व डॉ. ए. मिश्रा, लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन व उनकी टीम ने जटिल लिवर ट्रांसप्लांट को सफलतापूर्वक पूरा किया। छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार द्वारा लिवर ट्रांसप्लांट की सुविधा मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना एवं डॉ. खूबचंद बघेल विशेष स्वास्थ्य योजना के सहयोग से की जा रही है। जिसके लिए हम छत्तीसगढ़ सरकार, माननीय मुख्यमंत्री जी, माननीय स्वास्थ्य मंत्री जी एवं समस्त स्वास्थ्य विभाग को बहुत-बहुत आभार प्रकट करते हैं। रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल के मेडिकल व मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. संदीप दवे ने सभी डोनर के साहस की प्रशंसा की और कहा कि लिवर ट्रांसप्लांट की सुविधा ने पूरे मध्य भारत में, रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल की विशेषज्ञता व विश्वसनीयता में वृद्धि की है।
 
इसके अलावा एक आठ वर्ष का बच्चा जो विल्सन डिजीज से ग्रसित था उसके लिए उसकी माता ने अपना लिवर का एक हिस्सा देकर उसकी जान बचायी एवं 50 वर्ष के एक बुजुर्ग जिनके लिवर में वसा जमा होने के कारण से उनका लिवर काम नहीं कर पा रहा था उनके लिए उनकी बेटी सामने आयी और अपना लिवर का एक हिस्सा डोनेट कर अपने पिताजी को जीवन दिया। ऐसे ही एक 55 वर्षीय पिता के पुत्र ने लिवर का कुछ भाग देकर अपने श्रवण कुमार जैसे पुत्र होने का फर्ज निभाया, यह सब उदाहरण हमें प्रेरित करता है और समाज में जागरूकता लाने का एक प्रयास है।
 
पहले के वर्षों में लिवर के मरीजों को ट्रांसप्लांट हेतु मुंबई, चेन्नई, दिल्ली, बैंगलोर जैसे महानगरों के हॉस्पिटल में जाना पड़ता था, अब राज्य सरकार व हॉस्पिटल मैनेजमेंट के सहयोग से लिवर ट्रांसप्लांट रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल रायपुर में ही सफलतापूर्वक किया जा रहा है। रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में किये जाने वाले लिवर ट्रांसप्लांट के लिये, विशेषज्ञ डॉक्टर्स की पूरी टीम उपलब्ध है। जिसमें रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल के मेडिकल एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. संदीप दवे का पूर्ण मार्गदर्शन रहता है। रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल का लक्ष्य लिवर ट्रांसप्लांट, जटिल लिवर सर्जरी एवं पेनक्रियाज के ऑपरेशन सेंटर के रूप में स्थापित होना है जिसका लाभ आम जनता के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सके।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news