अंतरराष्ट्रीय
ISPR
पाकिस्तानी सेना ने बुधवार को वरिष्ठ पत्रकार शाहीन सहबाई के सेना के शीर्ष नेतृत्व पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताते हुए उन्हें ख़ारिज कर दिया है.
पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार सहबाई ने एक ट्वीट करके दावा किया था कि पूर्व वित्त मंत्री शौकत तारीन को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान को ‘धोखा’ देने और मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ की मदद के लिए कहा गया था.
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है: मैं बहुत जल्दी ही इस बारे में विस्तार से लिखूंगा कि आख़िर क्यों चीफ़ न्यूट्रल, जिसे शौकत तारीन ने नॉन-न्यूट्रल साबित किया, ने उन्हें इमरान ख़ान को छोड़ने और शहबाज की मदद के लिए कहा था.
हालांकि सेना की मीडिया विंग, इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशन्स ने वरिष्ठ पत्रकार के लगाए आरोपों को एक बयान जारी करके ख़ारिज किया है.
सेना की मीडिया विंग के इस बयान में कहा गया है, “सोशल मीडिया पर शाहीन सहबाई और कुछ अन्य लोगों ने पूर्व वित्त मंत्री के हवाले से जो आरोप लगाए हैं वे निराधार हैं और सिर्फ़ दुष्प्रचार के लिए इस्तेमाल किये जा रहे हैं.”
सेना की ओर से जारी बयान में आगे कहा गया है कि ख़ुद शौकत तारीन ने वरिष्ठ पत्रकार सहबाई के लगाए आरोपों का खंडन किया है.
सेना की ओर से कहा गया है कि निजी स्वार्थ में और सिर्फ़ दुष्प्रचार करने के लिए सेना पर इस तरह के गंभीर आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है. इसके साथ ही सेना की ओर से इस मामले में शामिल लोगों के ख़िलाफ़ क़ानूनी रास्ता अपनाने की भी बात कही गई है.
सेना के साथ-साथ पूर्व वित्त मंत्री ने ख़ुद भी सहबाई के आरोपों से इनक़ार किया है. उन्होंने ट्विटर पर एक पोस्ट लिखकर इससे इनक़ार किया है.
उन्होंने ट्वीट किया है- “शाहीन सहबाई ने जिस तरह से मुझे चित्रित किया है, मैं उससे स्पष्ट तौर पर इनक़ार करता हूं. मुझे किसी ने, कभी भी इमरान ख़ान का साथ छोड़ने और शहबाज शरीफ़ की सरकार का हिस्सा बनने के लिए नहीं कहा था. ” (bbc.com)