कारोबार
रायपुर, 18 अक्टूबर। क्विक हील फाउंडेशन की आरोग्ये यान मेडिकल वैन डोनेशन पहल भारत के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सकीय सहायता पहुँचाने के लिये शुरू हुई थी। इस पहल का लक्ष्यस चिकित्सीकीय सहायता को लोगों के घर तक पहुँचाना और उन्हेुं स्वाथस्य्लक रक्षा सेवाओं से जोडऩा है।
अभी आरोग्य वैन का दायरा 7 राज्योंन के 450 से ज्याथदा गाँवों तक है जिसमें 3.5 लाख से ज्यायदा लोगों तक पहुँच बनाई गई है। इस पहल ने ज्यावदा से ज्योदा लाभार्थियों को अपने दायरे में लाना जारी रखा है।
क्विक हील फाउंडेशन ने एक स्थासनीय एनजीओ सेवा भारती के जरिये अपनी आरोग्यह यान पहल का विस्तांर कोरबा, छत्तीसगढ़ के समुदायों तक किया है। इस मौके पर छत्तीसगढ़ सरकार के कैबिनेट मंत्री जयसिंह अग्रवाल, क्विक हील फाउंडेशन की चेयरपर्सन अनुपमा काटकर, कोरबा नगरपालिका के महापौर राजकिशोर प्रसाद और इंडियन मेडिकल असोसिएशन, कोरबा के प्रेसिडेंट डॉ. एच. आर. प्रसाद मौजूद थे।
एम्बुईलेंस सेवा से ग्रामीण कोरबा में रहने वाले लगभग 1 लाख लोगों को फायदा होने की उम्मीउद है, जिनमें से 448 लोग राष्ट्रहपति द्वारा सुरक्षित की गई जनजातियों से संबंधित हैं। इन जनजातीय समुदायों के प्रतिनिधियों को भी आयोजन में आमंत्रित किया गया था और क्विक हील फाउंडेशन ने समाज को आरोग्यो यान का दान किया।
कोरबा, छत्तीसगढ़ में मुख्य रूप से जनजातीय समुदाय के लोग रहते हैं, और इन्हें ग्रामीण वातावरण में रहना पसंद है।
इस समुदाय ने अपनी अलग सांस्कृततिक विशेषताओं और पारंपरिक रिवाजों को आज भी बरकरार रखा है लेकिन बड़े पैमाने पर ग्रामीण परिदृश्यर के कारण उन तक अच्छीे गुणवत्ता की स्वा8स्य्ग रक्षा सेवाओं तक पहुँच नहीं है। आरोग्यर यान इन समुदायों को प्राथमिक स्वा स्य््छ रक्षा सेवाओं के करीब लेकर आएगा।