अंतरराष्ट्रीय
अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान की ओर से महिलाओं के काम करने पर लगाई गई पाबंदी के बाद तीन प्रमुख गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) ने काम बंद कर दिया है.
केयर इंटरनेशनल, नॉर्वेजियन रिफ्यूजी काउंसिल और सेव द चिल्ड्रन नाम के तीनों एनजीओ ने रविवार को एक संयुक्त बयान जारी किया. इसमें कहा गया है कि वे 'महिला कर्मचारियों के बिना' अपना काम जारी रखने में असमर्थ हैं.
इन संस्थाओं ने मांग की है कि महिलाओं को काम करने की इजाज़त दी जाए.
उनका यह भी दावा है कि अफ़ग़ानिस्तान में सत्तारूढ़ तालिबान लगातार महिलाओं के अधिकारों का हनन कर रहा है.
एनजीओ में महिलाओं के काम करने पर रोक लगाने का तालिबान का ताज़ा आदेश विश्वविद्यालयों में छात्राओं के पढ़ने पर रोक लगाने के बाद आया है.
तालिबान के शिक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता अब्देल रहमान हबीब ने दावा किया कि विदेशी एनजीओ में काम करने वाली महिलाओं ने हिजाब न पहनकर ड्रेस कोड को तोड़ा है.
तालिबान ने धमकी दी है कि यदि उनके आदेश को न माना गया तो वे किसी भी एनजीओ का लाइसेंस कैंसल कर सकते हैं. (bbc.com/hindi)