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आधुनिक तकनीकों से अब दांतों और चेहरे की हड्डियों का इलाज संभव-डॉ. अंशुली
रायपुर, 23 जून। नई अत्याधुनिक तकनीक के साथ शहर में कटोरा तालाब के पास कलश ऑर्थोडॉन्टिक्स एंड डेंटल केयर की शुरुआत गुरुवार को डा. संजय शर्मा व डा. पंकज धवालिया ने किया सेंटर का फीता काटकर की।
इस अवसर पर शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक गणों के अलावा गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।शुभारंभ के बाद अतिथि डॉक्टरगणों ने कलश ऑर्थोडॉन्टिक्स एंड डेंटल केयर का अवलोकन किया और यहां पर उपलब्ध सुविधाओं को शहर के लिए एक उपलब्धि बताया।
कलश ऑर्थोडॉन्टिक्स एंड डेंटल केयर की संचालिका डॉक्टर अंशुली सिंघल कलश ने मीडिया के साथ संक्षिप्त चर्चा करते हुए कहा कि यह एक ऐसा सेंटर है जहां पर सामान्य दांतों की जांच और उसका निवारण तो किया ही जाएगा लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह एक संपूर्ण दांतों और चेहरे (कॉस्टमेटिक) के इलाज का सेंटर है।
एसथेटिक, फंक्शनल व स्टेलिबिटी तीनों की समस्याओं का समाधान कलश ऑर्थोडॉन्टिक्स एंड डेंटल केयर में संभव है। छोटे बच्चों में अनंूठा चूसने, होंठ चबाने, टेढ़े-मेढ़े दांतों से उनके दांतों के अंदर की हड्डियां सही आकार नहीं ले पाती है जिससे आने वाले समय में चेहरे में विकृति आ जाती है।
ऐसे बच्चों का तत्काल इलाज संभव नहीं हो पाता इसलिए चरणबद्ध तरीके से इनका इलाज किया जाता है क्योंकि फिक्स इलाज छोटे बच्चों में संभव नहीं है। डा. अंशुली ने बताया कि दांतों का संबंध चेहरे की हड्डियों से संबंधित होता है ऐसे में चेहरे पर विकृति आना संभव है। ऑर्थोडॉन्टिक्स इलाज की नवीनतम प्रक्रिया है जिसमें यदि मरीज ऑपरेशन कराने के लिए तैयार नहीं है तो यथासंभव हड्डियों और दांतों को कैसे वापस उसके स्थान पर लाया जाए जिससे कि मरीज फिर पहले जैसा सामान्य हो सकें।
थ्रीडी स्क्रीनिंग अत्याधुनिक मशीन है जिसमें पूरे मुंह के अंदर का क्राउन तैयार कर लिया जाता है और उसे लैब में भेजा जाता है ताकि दांत इनप्लांट करते समय मरीज को तकलीफ न हो और वह पूर्वत अपनी नीत क्रिया जारी रख सकें।
कलश ऑर्थोडॉन्टिक्स एंड डेंटल केयर में ब्रेसिज़, इनविज़लाइन, आरसीटी, गुहा भरना, ताज और पुल, लिबास, दांत उखाडऩा, प्रत्यारोपण, दांतों की सफाई, दांत चमकाना, मसूड़ों की सर्जरी, टीएमजे दर्द प्रबंधन, डेंटल एक्स-रे की सुविधाएं मरीजों के लिए उपलब्ध रहेंगी।