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रायपुर, 30 अप्रैल। एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल ने बताया कि प्रति वर्ष अप्रैल महीने को हेड एवं नेक कैंसर माह के रूप में मनाया जाता है। इस महीने का उद्देश्य हेड एवं नेक में होने वाले कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाना और सही इलाज के लिए काम करना है। कैंसर मौत का एक बड़ा कारण है।
हॉस्पिटल ने बताया कि ऐसा ही एक दुर्ग जि़ले के रहने वाले 45 साल के चेलाराम, मुख कैंसर की दुर्लभ बीमारी से जूझ रहे थे। चेलाराम जी की बीमारी कुछ महीने पहले शुरू हुई, जिसमें उन्हें अपने मुँह को खोलने में मुश्किल होती थी और कमजोरी महसूस हो रही थी। इसके बाद उन्हे एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल रायपुर लाया गया जहा डॉ यश चड्ढा (हेड एवं नेक, ओरल ऑन्कोलॉजी सर्जन) ने जांच में पाया की उनके बायें गालके अंदर कैंसर है।
हॉस्पिटल ने बताया कि इसके बाद डॉ. यश चड्ढा ने चेलाराम जी का हौसला बढ़ाया और उनका इलाज शुरू किया। चेलाराम जी को ठीक करने के लिए उनका ऑपरेशन किया गया, जिसमें उनकी बाएं गाल की परत और गर्दन के लिम्फ नोड्स हटाया गया। अस्पताल में छह दिन रहने के बाद, उनकी फाइनल बायोप्सी के परिणाम में स्टेज फोर कैंसर का पता लगा। इसके बाद उन्हें रेडिएशन थेरेपी दी गई। साथ ही, डॉक्टर ने उनकी छाती से त्वचा ली और उनके चेहरे को फिर से पहले जैसा किया। चेलाराम जी अब पूरी तरह कैंसर से ठीक हो चुके हैं। उन्हें एक नया जीवन मिला है, और वे डॉ. यश चड्ढा एवं एमएमआई नारायणा हॉस्पिटल का बहुत आभार मानते है।