अंतरराष्ट्रीय
-जॉर्जिना रैनर्ड
पनडुब्बी टाइटन के डूबने की ख़बर मिलने के बाद अमेरिकी कोस्ट गार्ड से ये सवाल किया गया कि जो पांच लोग पनडुब्बी में सवार थे क्या उनके शवों को वापस लाया जा सकता है.
इस सवाल के जवाब में कोस्ट गार्ड ने कहा, "समुद्रतल पर हालात बेहद मुश्किल है."
जानकार कहते हैं कि जिस जगह पनडुब्बी का मलबा मिला उस जगह के आसपास पानी का दबाव इतना अधिक है कि ऐसा कर पाना लगभग असंभव है.
मरीन ऑटोनोमी के प्रोफ़ेसर ब्लेयर थ्रॉनटन समझाते हैं कि हादसे की जगह पर जो दबाव है वो ऐसा है मानो पनडुब्बी पर किसी ने पूरा का पूरा आइफ़ेल टावर रख दिया हो.
जानकारों की मानें तो पनडुब्बी का ढांचा ही वो चीज़ थी जो पनडुब्बी के भीतर मौजूद पांच लोगों को पानी के इस दवाब से बचा कर रखे हुए थी.
वो कहते हैं, "कल्पना कीजिए कि इतने अधिक ताकत से आप पर पड़ने वाले दबाव से आपको बचाने वाली चीज़ ही अगर एक क्षण में नष्ट हो जाए तो क्या होगा. पानी बहुत अधिक ताकत के साथ आपसे टकराएगा जैसे किसी पर हज़ार टन का बोझ आ गिरा हो."
फोरेन्सिक जेनेटिक्स के प्रोफ़ेसर डेनिस कोर्ट कहती हैं कि शवों को निकालने के लिए हादसे की जगह तक तुरंत पहुंच पाना बेहद मुश्किल है.
वो कहती हैं कि जिस तरह बेहद अधिक दबाव के कारण संकुचन से वो छोटी पनडुब्बी फटी होगी, उसके बाद मृतकों के शवों को वहां से लाने की कोई उम्मीद नहीं बची है.
ओशनगेट की पनडुब्बी टाइटन पांच लोगों को लेकर 1912 में अटलांटिक सागर में डूबे जहाज़ टाइटैनिक को देखने के लिए निकली थी.लेकिन रविवार को समुद्र में डाइव लगाने के एक घंटे 45 मिनट बाद ही इसका संपर्क अपने मदर शिप पोलर प्रिंस के साथ टूट गया था.
बीती रात अमेरिकी कोस्ट गार्ड ने कहा था कि ये पनडुब्बी हादसे का शिकार हो गई है.
रियर एडमिरल जॉन मॉगर ने बताया कि पनडुब्बी के पांच हिस्से टाइटैनिक जहाज़ के मलबे के अगले हिस्से के 1600 फ़ीट नीचे मिले हैं.
लौट रही है मदर शिप
पनडुब्बी टाइटन को लेकर समुद्र में गई मदर शिप पोलर प्रिंस अब हादसे की जगह से वापिस कनाडा के न्यूफाउंडलैंड लौट रही है.
टाइटन की तलाश में गए कई जहाज़ अभी भी हादसे की जगह के आसपास मौजूद हैं, लेकिन पोलर प्रिंस अब वापिस सेंट जॉन्स लौट रही है.
उम्मीद की जा रही है कि शनिवार सवेरे तक ये वापस तय तक आ जाएगी. (bbc.com/hindi)