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रायपुर, 17 अगस्त। कैट ने बताया कि आगामी 30 अगस्त राखी त्यौहार से लेकर दिवाली पर्व जो 24 नवम्बर को तुलसी विवाह के साथ संपन्न होगा के दौरान चीनी सामान के पूर्ण बहिष्कार का आह्वान आज कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने किया और उम्मीद है की इस बहिष्कार से चीन को त्यौहारों सामान के इंपोर्ट न होने से लगभग 1 लाख करोड़ के व्यापार का नुक़सान होगा।
पिछले वर्ष यह नुक़सान लगभग 75 हज़ार करोड़ रुपये का था। कैट को उम्मीद है कि इस त्यौहार अवधि में उपभोक्ताओं द्वारा खर्च के माध्यम से अर्थव्यवस्था में लगभग 3 लाख करोड़ रुपये की पूँजी का प्रवाह हो सकता है। कैट के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने कहा कि पिछले साल की तरह इस साल भी देश के व्यापारियों एवं आयातकों ने चीन से त्यौहारों सामान का आयात बंद कर दिया है।
उन्होंने कहा की सरकार के आत्मनिर्भर भारत एवं मेड इन इंडिया के आशावान के अनुसरण में देश भर के व्यापारियों ने चीनी सामान न बेचने का निर्णय लिया है वहीं दूसरा महत्वपूर्ण बदलाव यह है कि से उपभोक्ता भी अब चीनी सामान खरीदने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं जिसके कारण भारतीय सामान की माँग में वृद्धि हुई है।
श्री पारवानी एवं श्री दोशी ने कहा कि कैट की रिसेर्च शाखा कैट रिसर्च एंड ट्रेड डेवलपमेंट सोसाइटी द्वारा हाल ही में विभिन्न राज्यों के 20 शहरों को जिन्हे कैट ने वितरण शहर का दर्जा दिया हुआ है, में किए गए एक सर्वेक्षण में यह तथ्य सामने आया है की इस वर्ष अभी तक भारतीय व्यापारियों या आयातकों द्वारा दिवाली के सामान, पटाखों या अन्य समान वस्तुओं का कोई ऑर्डर चीन को नहीं दिया गया है और इस साल सभी पर्वों को विशुद्ध रूप से भारतीय त्यौहार के रूप में मनाया जाएगा।