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रायपुर, 18 अगस्त। नॉर्थ अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन नाचा ने अमेरिका के शिकागो में इंडिया डे परेड के दौरान भारत की समृद्ध आदिवासी सामुदायिक संस्कृति का प्रदर्शन किया। शिकागो शहर में हाल ही में एक बदलाव आया है, जो छत्तीसगढ़ की आदिवासी परंपराओं, लोक जीवन और संस्कृति के सार से ओत-प्रोत है।
इंडियन कम्युनिटी आउटरीच द्वारा आयोजित परेड में नाचा के सदस्य शामिल थे, जिन्होंने छत्तीसगढ़ के आदिवासी निवासियों का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रामाणिक वेशभूषा में सजे हुए, अपने उत्साही मंदार नृत्य प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। नाचा विश्व स्तर पर रहने वाले छत्तीसगढ़ अनिवासी भारतीयों का एक संघ है।
वर्तमान में, नाचा की उत्तरी अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन और एनआरआई एसोसिएशन ऑफ छत्तीसगढ़ के नाम से 19 देशों में उपस्थिति है। नाचा छत्तीसगढ़ की विरासत, संस्कृति, भाषा और कला को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देता है। नाचा को भारत के बाहर छत्तीसगढ़ राज्य को बढ़ावा देने के लिए विश्व स्तर पर कई सामुदायिक पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।
नाचा के अध्यक्ष गणेश कर ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पिछले छह वर्षों में, यह परेड छत्तीसगढ़ की कलात्मक और सांस्कृतिक विरासत को विश्व स्तर पर बढ़ावा देने में सहायक रही है। भारत में रहने वाली 8.6 प्रतिशत जनजातीय आबादी के साथ, शिकागो में भारतीय समुदाय के साथ-साथ अमेरिकियों को भी बस्तर संस्कृति को गहराई से अनुभव करने और इसकी सराहना करने का अवसर मिला।
यह संयुक्त राज्य अमेरिका में किसी अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत के किसी आदिवासी समुदाय का प्रतिनिधित्व करने का पहला उदाहरण है। श्री गणेश कर ने अपनी जड़ों के संरक्षण और प्रदर्शन में उल्लेखनीय प्रयासों के लिए हृ्रष्ट॥्र शिकागो को हार्दिक बधाई दी।
दीपाली सरावगी, शशि साहू, तिजेंद्र साहू, आदित्य वेंकट, रागिनी साहू, लखमी लालवानी, ब्रजेश साहू, नमिता काइस्था, शंकर फतवानी, प्रशांत गुप्ता, रतिका गुप्ता, रूपेश गुप्ता, सोनम सोनी और प्रतिभा कारंडे जैसे व्यक्तियों को उनके योगदान के लिए विशेष सम्मान दिया गया।