अंतरराष्ट्रीय
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटरेस ने कहा है कि ग़ज़ा "मानवीय संकट" से गुज़र रहा है और ये फ़लस्तीनी इलाका तेज़ी से "बच्चों की कब्रगाह बनता जा रहा है".
साल 2017 से संयुक्त राष्ट्र का नेतृत्व कर रहे गुटरेस ने कहा- “हर दिन सैकड़ों बच्चे मारे जा रहे हैं या घायल हो रहे हैं.”
उन्होंने कहा इस संघर्ष ने दुनिया को “हिला कर रख दिया है” और कई “मासूम ज़िंदगियां बर्बाद हो गई हैं.”
गुटरेस ने सात अक्टूबर को हमास की ओर से इसराइल पर किए गए हमले की एक बार फिर निंदा करते हुए कहा कि हमास के लड़ाकों ने आम लोगों को "मानव ढाल" के रूप में इस्तेमाल किया है.
उन्होंने कहा- “आम लोगों को मारना , प्रताड़ित करना, किडनैप करना किसी भी तरह से सही नहीं ठहराया जा सकता. आम लोगों की सुरक्षा सबसे ज़रूरी होनी चाहिए.”
एंटोनियो गुटरेस ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील करते हुए कहा कि ये संघर्ष "व्यापक क्षेत्र में फैलने का ख़तरा" है इसलिए इसे तुरंत रोकना ज़रूरी है.
उन्होंने कहा, "हम पहले से ही लेबनान और सीरिया से लेकर इराक और यमन से बढ़ रही हिंसा देख रहे हैं."
ग़ज़ा में हमास के संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार ग़ज़ा में मरने वालों की संख्या 10 हज़ार से अधिक हो चुकी है जिसमें 4,100 से अधिक बच्चे शामिल हैं.
आज से ठीक एक महीने पहले हमास के इसराइल पर हमले के साथ ये संघर्ष शुरू हुआ था. इसके बाद से इसराइल लगातार ग़ज़ा पर बमबारी कर रहा है, साथ ही इसराइली सेना ग़ज़ा के उत्तरी इलाकों में ज़मीनी हमले कर रही है.
इसराइल में हमास के हमले में कुल 1400 लोगों की मौत हुई थी और 200 से अधिक लोगों को हमास ने बंधक बनाया था. (bbc.com/hindi)