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रायपुर, 10 जनवरी। अभी हाल ही में शहर के जाने-माने रामकृष्ण केयर अस्पताल के जोड़ प्रत्यारोपण विशेषज्ञ डॉ. अंकुर सिंघल ने द्वारा एक जटिल हिप रिप्लेसमेन्ट सर्जरी की। इस सर्जरी की खास बात यह थी मरीज के दोनों कुल्हे का ज्वाइंट फ्यजू हो चुका था और मरीज को सिकलसेल डिसीज नामक खून की बीमारी भी थी। इस मरीज की उम्र लगभग 19 वर्ष की थी और यह बालाघाट से आया हुआ था। लगभग एक 1 वर्ष से चल नहीं पा रहा था एवं करवट भी नहीं ले पा रहा था। उसने कई जगह दिखाया पर सभी जगह ऑपरश्े ान के लिये मना किया गया क्योंकि यह बहुत ही जटिल सर्जरी थी और इसलिये उसको सभी जगहों पर निराशा का सामना करना पड़ा।
तत्पश्चात उन्होनें डॉ. अंकुर सिंघल को दिखाया उसके बाद डॉ. अंकुर सिंघल ने बताया कि उनके दोनों कुल्हे का सॉकेट वॉल रिकंस्ट्रक्ट करना पड़ेगा तभी वह चल पायेगा और डॉ. अंकुर सिंघल ने उनके दोनों कुल्हे का ऑपरेशन किया तत्पश्चात् उन्हें 4 घंटे बाद खडा़ किया जो मरीज 1 वर्ष से चल नहीं पा रहा था चलने लगा और आज वह 2 महीने बाद पूरी तरह स्वस्थ्य है चल फिर रहा है उनका दर्द पूरी तरह खत्म हो चुका और वह बिल्कुल ठीक हो गया है और अपने नियमित कार्य कर रहा है। आज वह बहुत ही अच्छी तरह से चल पा रहा और जो इतने वर्षों से नहीं चल पा रहा था वह अपने पैरों में खड़ा हुआ है और उनके कुल्हे का दर्द भी पूरी तरह ठीक हो चुका है।
डॉ. अंकुर सिंघल ने बताया कि मरीजों में उनके द्वारा इज़ात की हुई इस तकनीक से जोड़ प्रत्यारोपण के बाद मरीजों की रिकवरी फास्ट होती है और जटिल से जटिल सर्जरी आसानी से की जा सकती है। इस तकनीक से मरीज न सिर्फ केवल कुछ घंटें बाद चल सकता है बल्कि अपनी सामान्य जीवन में तेजी से वापस लौट सकता है।