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![मुसलमानों को लेकर पीएम मोदी का फिर कांग्रेस पर निशाना, इस बार आरक्षण पर बयान मुसलमानों को लेकर पीएम मोदी का फिर कांग्रेस पर निशाना, इस बार आरक्षण पर बयान](https://dailychhattisgarh.com/uploads/article/1713886572c7dbc28-4e7e-4724-9de4-3fc89143e740.jpg)
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी सभा में एक बार फिर मुसलमानों पर टिप्पणी करते हुए विपक्षी कांग्रेस और इंडिया अलायंस पर निशाना साधा है.
पीएम मोदी ने मंगलवार को राजस्थान के टोंक में अपने भाषण में आरोप लगाया है कि कांग्रेस पार्टी दलितों और पिछड़ों का आरक्षण छीनकर मुसलमानों को देना चाहती है.
इससे पहले नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के बांसवाड़ा में कहा था कि कांग्रेस पार्टी देश के लोगों की संपत्ति लेकर ऐसे लोगों में बांटना चाहती है जो अधिक बच्चे पैदा करते हैं और जो घुसपैठिए हैं.
प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर साल 2006 में दिया मनमोहन सिंह का बयान दोहराया.
इस बयान में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला 'दावा' दलितों, पिछड़ों और मुसलमानों का है.
प्रधानमंत्री अपने चुनावी भाषणें में बार-बार ये कह रहे हैं कि मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला 'हक़' मुसलमानों का है.
हालांकि, तत्कालीन सरकार और कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस आरोप को खारिज किया है.
टोंक की सभा में मोदी ने कहा, “इस देश में जब संविधान बना था तब धर्म के आधार पर आरक्षण का घोर विरोध हुआ था ताकि हमारे एससी-एसटी, ओबीसी समुदायों को सुरक्षा मिलती रहे, लेकिन मनमोहन सिंह जी ने भाषण दिया था और उस सभा में मैं मुख्यमंत्री होने के नाते मौजूद था."
"मनमोहन सिंह ने कहा था कि मुस्लिमों का देश के संसाधनों पर पहला हक़ है, ये मनमोहन जी का बयान हैं. ये संयोग नहीं था, ये अकेला बयान नहीं था. कांग्रेस पार्टी की सोच हमेशा तुष्टीकरण की रही है, वोट बैंक की राजनीति की रही है.”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “2004 में जैसे ही कांग्रेस की केंद्र में सरकार बनीं, उसके सबसे पहले किए गए कामों में था- आंध्र प्रदेश में एससी- एसटी के आरक्षण में कमी करके मुसलमानों को आरक्षण देने का प्रयास. ये एक पायलट प्रोजेक्ट था जिसे कांग्रेस पूरे देश में आज़माना चाहती थी."
"2004 से 2010 के बीच कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश में चार बार मुसलमानों के लिए आरक्षण लागू करने की कोशिश की, लेकिन कानूनी अड़चनों की वजह से, सुप्रीम कोर्ट की जागरूकता के कारण वो अपना मंसूबा पूरा नहीं कर पाये. 2011 में कांग्रेस ने इसे देश में लागू करने की कोशिश की, एससी-एसटी और ओबीसी को मिला हुआ अधिकार छीनकर दूसरों को देने का खेल किया. कांग्रेस ने इतने प्रयास ये जानते-बूझते किए कि ये सब संविधान की मूल भावना के ख़िलाफ़ था. लेकिन कांग्रेस ने संविधान की परवाह नहीं की, बाबा साहेब अंबेडकर की परवाह नहीं की.”
पीएम मोदी ने कहा, “जब हमें मौका मिला तो हमने पहला काम किया, उन्होंने जो एससी-एसटी से छीनकर मुस्लिम कोटा निकाला था, उसे ख़त्म किया. जिनका हित था, उसे सुरक्षित किया. मोदी संविधान को समझता है, मोदी संविधान को समर्पित है, मोदी बाबा साहेब अंबेडकर की पूजा करने वाला व्यक्ति है.”
कांग्रेस पर मुसलमानों के तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा, “ये लोग दलितों-पिछड़ों के आरक्षण में सेंधमारी करके, वोट बैंक पॉलिटिक्स के लिए, अपनी ख़ास जमात को अलग से आरक्षण देना चाहते थे, जबकि संविधान इसके बिलकुल ख़िलाफ़ है. कांग्रेस और इंडी अलायंस वाले मज़हब के आधार पर मुसलमानों को आरक्षण देना चाहते थे.” (bbc.com/hindi)