ताजा खबर
![चना वितरण में गड़बड़ी और कमी पर घिरे खाद्यमंत्री चना वितरण में गड़बड़ी और कमी पर घिरे खाद्यमंत्री](https://dailychhattisgarh.com/uploads/article/1721982811hupesh_baghel.--Dayal_Das_Baghel-1.jpg)
राशन दुकानों पर कार्रवाई करने कहा स्पीकर ने
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 जुलाई। पूर्व सीएम भूपेश बघेल के राशन दुकानों से चना वितरण में गड़बड़ी और कमी के प्रश्नों पर खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल घिर गए। पहले इंकार करने के बाद मंत्री ने 155 टन कमी स्वीकारते हुए दुकानदारों पर कार्रवाई की जानकारी दी। वहीं स्पीकर डॉ रमन ने चने की कमी वाले दुकानों पर कार्रवाई करने की व्यवस्था दी।
अपने तारांकित प्रश्न के जरिए भूपेश बघेल ने शासन द्वारा निर्धारित मापदंडों के तहत अनुसूचित क्षेत्रों में चना वितरण न होने का मुद्दा उठाया। उन्होंने पूछा कि मार्च में किए गए
चने में कितने मात्रा को अधिकता या कमी पाई गई?
मंत्री दयाल दास बघेल ने कहा कि चना वितरण में थोड़ा विलंब हुआ है क्योंकि खुली निविदा दरों में वृद्धि और भारत सरकार से चना आबंटन में विलंब हुआ था। लेकिन वितरण जारी है। पूर्व सीएम बघेल ने पूछा कि चने की गुणवत्ता सी जांच कब कब कराई गई। नेता प्रतिपक्ष डॉ. महंत ने पिछले दिनों गुणवत्ताहीन चने की पैकेट आपको सौंपा है। इस पर मंत्री ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने जो पैकेट लाया था वह पीडीएस वितरण वाला नहीं था। भूपेश ने 2-3 माह से चना वितरण नहीं होने की बात कही तो मंत्री ने विलंब होने की । भूपेश ने पूछा कि जिन महीनों में नहीं दिया गया उन महीनों का भी अब देंगे। दयाल दास ने कहा मई जून जुलाई तीनों महीनों का 31 जुलाई तक वितरण किया जाएगा।चना वितरण में विलंब हुआ है लेकिन कमी नहीं है। इस पर भूपेश मे प्रपत्र में दी गई जानकारी के हवाले से कहा कि कमी स्वीकारा गया है, दोषियों पर कार्रवाई करेंगे? मंत्री ने कहा कि मार्च 24 के स्टाक में 155 टन कम पाया गया। यह कमी लोस चुनाव आचार संहिता के कारण था। आपके समय में भी 2019 में सात माह नहीं बांटा गया। और अब हम एक साथ तीन माह का दे रहे। पूर्व सीएम ने पूछा कि कमी के लिए जिम्मेदारों पर कार्रवाई करेंगे? मंत्री बघेल ने बताया कि 830 दुकानों के स्टाक में कमी मिली। इनमें से 109 दुकानें निलंबित, 30का आबंटन रद्द, 106 से स्टाक की वसूली के लिए आरआरसी जारी, 6 दुकानदारों पर एफआईआर किया गया है। भूपेश ने केवल चने की कमी वाले दुकानों पर कार्रवाई की मांग। इस पर स्पीकर डॉ रमन सिंह ने मंत्री से कहा कि जहां जहां कम पाया गया है। जांच कराकर कार्रवाई करा लें।