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![नक्सलियों को राशन पहुंचाने सरकार ने एर्राबोर, डुब्बाकोंटा में दुकानें शिफ्ट कराया... नक्सलियों को राशन पहुंचाने सरकार ने एर्राबोर, डुब्बाकोंटा में दुकानें शिफ्ट कराया...](https://dailychhattisgarh.com/uploads/article/1721982747idhansabha...jpg)
दुकानों के स्थानांतरण पर कवासी का आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 जुलाई। मानसून सत्र के अंतिम दिन प्रश्न काल में कांग्रेस विधायक कवासी लखमा ने सुकमा जिले में राशन दुकानों को पहुंच विहीन स्थानों में शिफ्ट करने को लेकर खाद्य मंत्री को घेरा। लखमा ने कहा कि सामान्य क्षेत्र की दुकानों को नक्सलियों के क्षेत्र में शिफ्ट किया गया है। ताकि नक्सलियों को राशन पहुंचाया जा सके।
कवासी ने पूछा कि कितनी दुकाने केंद्र के भवन हैं कितनों के केंद्रों में खाद्यान्न गोदाम है? भवन विहिन कितने केंद्र है? कुछ जगह दुकान किराए में चला रहा है उसका किराया कितना है?
खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने बताया कि जिले में 191 दुकान है। 175 भवन है 16 दुकान किराये पर चल रहे है। 8 भवन अपूर्ण हैं 9 भवन पूरे हो चुके हैं। किसी दुकान 500 रुपए किसी किसी का 4 हजार रुपए महीना अलग अलग जगह किराया अलग अलग है। लखमा ने कहा स्कूल और पंचायत भवन में दुकानें चल रही हैं तो स्कूल कहां चल रहे हैं। मंत्री ने कहा स्कूल के अतिरिक्त भवन में दुकाने हैं। कवासी ने पूछा कि कितनी दुकाने शिफ्ट सी गई। मंत्री ने कहा नहीं की गईं।लखमा ने गलत उत्तर बताते हुए कहा कि डुब्बाकोंटा की दुकान रामाराम,चिंतलनार की गगनपल्ली की एर्राबोर ले गए। यहां पहुंच मार्ग ही नहीं है।
इस पर कार्यवाही करेंगे क्या? मंत्री ने कहा जो भी तथ्य है आप लिखकर दे दीजिए दिखवा लिया जाएगा। लखमा का बड़ा आरोप, नक्सलियों को राशन पहुंचाने राशन दुकानों को शिफ्ट करने का लगाया आरोप, कहा -आधा दर्जन राशन दुकानों को कोर नक्सली क्षेत्र में क्यों शिफ्ट किया गया, जब पूर्व में संचालित दुकान अच्छे से चल रही थी तो क्या नक्सलियों को राशन पहुंचाने दुकान शिफ्ट किया गया। लखमा ने यह भी कहा कि प्रश्न लगने के बाद दुकान को इधर उधर किया गया।
लखमा ने कहा कि सुकमा जिले के कोटे में चावल की कटौती की जा रही। लोगों को चना गुड़ नहीं पहुंच रहा है। इस पर कार्यवाही करेंगे क्या? स्पीकर डॉ रमन सिंह ने कहा आप लिखकर दे दीजिए मंत्री जांच करवा लेंगे।