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रायपुर, 20 अगस्त। अटल नगर स्थित आईआईआईटी के डीन (एकेडमिक्स) डॉ. राजर्षि महापात्रा ने बताया कि एमटेक और पीएचडी बैचों के लिए वर्चुयल ओरिएंन्टेशन प्रोग्राम आयोजित किया। कोरोना के कारण एजुकेशन सिस्टम के वर्चुयल मीडियम लर्निंग में शिफ्ट होने के साथ संस्था ने डिजिटल मीडियम का सहारा लिया और 27 विद्यार्थियों ऑनलाइन इन्डक्शन (आगमन) सेरेमनी का आयोजन किया।
डायरेक्टर डॉ. प्रदीप के सिन्हा ने उन्हें इंस्टीटयूट के बेसिक कोर वैल्यू से रूबरू कराया जो इस इंस्टीटयूट को भारत के सभी टेक्नीकल इंस्टीटयूट में इसे सबसे यूनीक बनाता है। उन्होंने आगे कहा कि आईआईआईटी के पास दुनिया के सबसे बेहतरीन फैकल्टी मेंबर हैं जो अपनी जानकारी और अनुभव से छात्रों को कॉम्पीटीटिव वल्र्ड के लिए तैयार करेंगे। उन्होंने इंस्टीटयूट में कई अत्याधुनिक लेबोरेटरी पर भी प्रकाश डाला। ये लेबोरेटरी छात्रों को उनके क्षेत्र में प्रैक्टिकल जानकारी हासिल करने में सक्षम बनाती है।
डॉ. सिन्हा ने बताया कि आईआईआईटी ङ्कद्बह्यद्बशठ्ठ 1.0 (2015-2020) शिक्षा पर केंद्रित था और इंस्टीटयूट की सही संस्कृति को बढ़ावा दे रहा था। उन्होंने आगे कहा कि अगले 5 सालों के लिए विजन 2.0 रिसर्च एक्टिविटी को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया जायेगा जिसके लिए एम टेक और पीएचडी छात्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
आईआईआईटी नया रायपुर के डीन (एकेडमिक्स) डॉ राजर्षि महापात्रा ने आईआईआईटी नया रायपुर फैकल्टी मेंबर को छात्रों से रूबरू कराया और उन्हें आईआईआईटी नया रायपुर एकेडमिक्स की खासियत के बारें में संक्षेप में समझाया। उन्होंने कहा कि आईआईआईटी नया रायपुर का एकेडमिक स्ट्रक्चर इस तरीके से विकसित हुआ है जो कई तरह के लेक्चर, वर्कशॉप और व्यापक सेमिनार सहित कई तरीकों की एक सीरीज की लर्निंग की जरूरत पर जोर देता है।