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रायपुर, 13 नवंबर। कलिंगा विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों को भविष्य के प्रति सजग करने एवं उन्हें बौद्धिक एवं नैतिक रूप से तैयार करने हेतु एकदिवसीय वेबीनार कोविड-19 भारतीय फार्मा उद्यागों के लिए अवसर एवं चुनौतियों पर 10 नवम्बर 2020 को वेबीनार आयोजन किया। विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों के ज्ञानवर्धन के लिए समय-समय पर इस तरह के वेबीनार का आयोजन करता रहता है। इस महामारी के कठिन समय में फार्मा उद्योग किस तरह के मुिश्कलों एवं चुनौतियों से गुजर रहा है, इस वेबीनार से विद्यार्थियों को पता चलता है।
वेबीनार की शुरूआत मेहमान प्रवक्ता प्रो. अमीत राय के स्वागत रजनी यादव, सहायक प्राध्यापक फार्मेसी संकाय के द्वारा हुआ। प्रो. अमीत राय एक बहुत ही प्रतिभावान एवं शैक्षणिक स्तर पर उच्च स्थान पर स्थापित व्यक्ति है। वर्तमान मे प्रो. अमीत राय, कोलंबिया इंस्टीट्यूट आफ फार्मेसी रायपुर से प्राचार्य के पद को सुशोभित कर रहे हैं। उनके द्वारा 140 से भी ज्यादा रिसर्च एवं रिव्यू आर्टिकल पबलिस किये जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि भारत में अनुसंधान विकास कम होने के कारण भारतीय उद्योग बाकी देशों के मुकाबले पिछड़े है। अनुसंधान और विकास की सुविधा यहाँ के केवल 10-20 फीसदी उद्योगों के पास है। सरकार को फार्मास्यूटिकल उद्योगों की सुविधा मुहैय्या करानी चाहिए, जिससे हम नये-नये डवसमबनसम का आविष्कार कर सकें।
उन्होंने अपने संबोधन को आगे बढ़ाते हुए यह कहा कि हमारी फार्मा सेक्टर का अधिकांश हिस्सा और ज्ञैड के लिए चीन पर निर्भर है जिसके चलते इस कोरोना महामारी काल में भारतीय उद्योगों का असुविधा हो रही है जिससे सप्लाई चैन प्रभावित हुआ है। कॉलेजों और विश्वविद्यालय को अपने पाठ्यक्रम में छात्रों के लिए इंडस्ट्रीयल स्टडी एवं टूर को भी शामिल करना चाहिए जिससे छात्रों में उद्योगों के बारे में समझ विकसित हो सकें।