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थाईची मार्शल आर्ट मानव जाति की सेहत के लिए लाभदायक
21-Dec-2020 8:49 PM
थाईची मार्शल आर्ट मानव जाति की सेहत के लिए लाभदायक

बीजिंग, 21 दिसंबर | संयुक्त राष्ट्र यूनेस्को ने 17 दिसंबर को घोषणा की कि चीन का मार्शल आर्ट थाईची को मानव जाति के गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किया गया है। चीनी वुशु (मार्शल आर्ट) संघ के उपाध्यक्ष छन एनथांग ने 21 दिसंबर को कहा कि यह चीनी वुशू द्वारा विश्व को दी गयी एक मूल्यवान संपत्ति है, जो समस्त दुनिया में थाईची प्रेमियों का गर्व है। यह निश्चित रूप से दुनिया में थाईची की लोकप्रियता को बढ़ावा देगा और मानव जाति के सेहत के लिए और बड़ा योगदान देगा। वर्तमान में थाईची मार्शल आर्ट सामाजिक स्वास्थ्य संस्कृति और फैशनेबल फिटनेस का रुझान बन चुका है, जो चीनी संस्कृति का एक महत्वपूर्ण प्रतीक बन गया है। थाईची से चीनी राष्ट्र की जीवन शक्ति जाहिर होती है, जो चीनी संस्कृति की अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव शक्ति को उन्नत करती है। इस मार्शल आर्ट से विश्व के लोगों के बीच संपर्क और सभ्यताओं के आदान-प्रदान व आपसी सीख के लिए बहुत सार्थक है। थाईची के अभ्यास वालों के लिए लिंग, आयु, शारीरिक फिटनेस आदि पर कोई परिसीमन नहीं है, यह मार्शल आर्ट लोगों की सेहत की विचारधारा, शारीरिक स्वास्थ्य, लोगों के बीच सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व, सामाजिक एकता को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

जानकारी के मुताबिक, 2006 में थाईची को चीन में पहली खेप वाली राष्ट्र स्तरीय गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किया गया। चीनी वुशू संघ के उपाध्यक्ष छन एनथांग ने कहा कि इस मार्शल आर्ट के मानव जाति के गैर-भौतिक सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल करने का बहुत दूरगामी महत्व होता है। यह चीनी वुशू विकास के इतिहास में मील का पत्थर है, जो कि नए युग में चीनी वुशू के जोरदार विकास का नया अध्याय जोड़ेगा।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)  (आईएएनएस)

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