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लंदन. ब्रिटेन में कोरोना महामारी के खिलाफ इमरजेंसी मास वैक्सीनेशन को दो हफ्ते पहले ही मंजूरी मिल चुकी है. हालांकि अभी तक सिर्फ इसके लिए फाइजर वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा था. सोमवार को ऑक्सफ़ोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को भी इस अभियान में शामिल कर लिया गया और 82 साल के ब्रायन पिंकर को इसका पहला टीका लगाया गया. ब्रायन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में ही मेंटेंनेंस मैनेजर रह चुके हैं और क्लिनिकल ट्रायल के अलावा ऑक्सफ़ोर्ड वैक्सीन लेने वाले दुनिया के पहले शख्स हैं.
गार्जियन की खबर के मुताबिक ब्रायन फिलहाल केयर होम में रहते हैं और डायलासिस पर हैं. उन्हें सोमवार सुबह 7:30 बजे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के चर्चिल हॉस्पिटल में एडमिट हैं. उन्हें यह टीका NHS की नर्स सैम फ़ॉस्टर ने लगाया. ब्रायन के मुताबिक ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में ही उनका पूरा जीवन व्यतीत हुआ है. उन्होंने कहा कि मैं यहां बनी कोरोना वैक्सीन का टीका लेकर बेहद खुश हूं और अब फरवरी में अपनी शादी की 48वीं सालगिरह मनाने की तैयारियां करूंगा. ब्रायन ने कहा कि ये गर्व की बात है कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में कोरोना के टीके की खोज की गयी है. अस्पताल के नर्स और डॉक्टर मेरा काफी ख्याल रखते हैं मैं सभी के स्वस्थ रहने की कामना करता हूं.
टीका देने वाली नर्स फ़ॉस्टर ने कहा- ये बेहद गर्व की बात है कि मुझे ऑक्सफ़ोर्ड में बनी वैक्सीन का पहला टीका देने का अवसर मिला है. पहला टीका चर्चिल अस्पताल में दिया गया और ये वैक्सीन बस कुछ ही मीटर दूर स्थित लैब में तैयार की गयी है. हम आने वाले हफ़्तों में अस्पताल के स्टाफ और अन्य इमरजेंसी मरीजों को ये टीका देना का अभियान चलाएंगे. हम उन कम्युनिटी तक ये टीका पहुंचाने की कोशिश करेंगे जो इस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं.