अंतरराष्ट्रीय
कांगो में इटली के राजदूत एक हमले में मारे गए हैं. सोमवार को लुका अतानासियो की मौत अस्पताल में हो गई. लुका पूर्वी कांगो में संयुक्त राष्ट्र के एक दल में शामिल थे, जिस पर हमला हुआ.
कहा जा रहा है कि यूएन का यह दल वर्ल्ड फूड प्रोग्राम से जुड़ा था. इस दल के साथ इटली के एक पुलिस अधिकारी भी थे. उनकी भी हमले में मौत हो गई है. इसके अलावा एक और व्यक्ति की मौत की भी ख़बर है.
कांगो की राजधानी गोमा में वहाँ के विदेश मंत्रालय ने इस मौत की पुष्टि की है और इसे बहुत दुखद बताया है. कहा जा रहा है कि यह हमला अपहरण की कोशिश में किया गया था.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक हमला स्थानीय समय के मुताबिक सुबह 10 बजकर 15 मिनट पर उत्तरी गोमा हुआ.
विदेश मंत्री ल्यूदी दी मायो ने मौत पर "बहुत निराशा और दुख" व्यक्त किया है.
उन्होंने कहा, "ये कैसे हुआ, इस पर रोशनी डालने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी."
हमले के पीछा किसका हाथ है, ये अभी साफ़ नहीं है. विरुंगा नेशनल पार्क के आसपास रवांडा और यूगांडा की सीमा से लगे हथियारबंद समूह सक्रिय हैं. कांगो के पूर्वी हिस्से में विद्रोही गुट भी सक्रिय हैं और यूएन सुरक्षा बल शांति बहाली के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
अतानासियो 2017 से डीआर कांगो में इटली का प्रतिनिधित्व कर रहे थे. वो 2003 में राजनयिक सेवा में शामिल हुए थे. वो मोरोक्को और नाइजीरिया में भी अपनी सेवा दे चुके थे.
डीआर कांगो कई सालों तक गृह युद्ध का केंद्र रहा है, जिसमें कई पड़ोसी देश भी शामिल हो गए थे. संघर्ष के कारण 1994 से 2003 के बीच करीब 50 लाख लोगों की जान चली गई. कुछ पर्यवेक्षक इसे अफ्रीका का महायुद्ध बताते हैं.
लेकिन संघर्ष के अंत के बाद भी हिंसा ख़त्म नहीं हुई. दर्जनों हथियारबंद समूह और विद्रोही गुट पूर्वी इलाकों में सक्रिय हैं.
1999 से संयुक्त राष्ट्र का पीस कीपिंग मिशन यहा काम कर रहा है. ये दुनिया के सबसे बड़े पीस कीपिंग फ़ोर्स में से एक है जिसमें 17000 लोग शामिल हैं. (bbc.com/hindi)