अंतरराष्ट्रीय

जर्मनी समेत अन्य यूरोपीय देशों में दोबारा ऐस्ट्राजेनेका का इस्तेमाल शुरू
19-Mar-2021 2:25 PM
जर्मनी समेत अन्य यूरोपीय देशों में दोबारा ऐस्ट्राजेनेका का इस्तेमाल शुरू

जर्मनी, फ्रांस और कई अन्य यूरोपीय देशों ने फैसला लिया है कि वे ऐस्ट्राजेनेका वैक्सीन के इस्तेमाल पर लगी रोक को हटाएंगे. यह कदम यूरोपीय मेडिकल एजेंसी की ओर से वैक्सीन को सुरक्षित बताए जाने के बाद लिया गया है.

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जर्मनी, फ्रांस और कई अन्य यूरोपीय संघ के देशों ने गुरुवार को यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी (ईएमए) की ओर से ऐस्ट्राजेनेका वैक्सीन को "सुरक्षित और प्रभावी" बताए जाने के बाद इसका इस्तेमाल जारी रखने का फैसला किया है. जर्मनी के स्वास्थ्य मंत्री येन्स श्पान के मुताबिक शुक्रवार से जर्मनी ऐस्ट्राजेनेका वैक्सीन कार्यक्रम को फिर से बहाल करेगा.

हालांकि, टीका संभावित दुष्प्रभावों पर नई सलाह के साथ आएगा. श्पान ने कहा, "संघीय सरकार और सभी 16 राज्यों का सामान्य उद्देश्य ऐस्ट्राजेनेका के साथ टीकाकरण शुक्रवार से शुरू करने का है." इससे पहले ऐस्ट्राजेनेका वैक्सीन लगवाने के बाद कुछ लोगों के शरीर में खून के थक्के जमने की रिपोर्ट के बाद कई यूरोपीय देशों ने वैक्सीन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी. इन देशों ने ईएमए की समीक्षा तक वैक्सीन के इस्तेमाल पर अस्थायी रोक लगाने का फैसला लिया था.

श्पान के मुताबिक, "ईएमए के विश्लेषण ने हमारी तरफ से की गई कार्रवाई की पुष्टि की है." उन्होंने कहा, "एहतियात के तौर पर टीकाकरण को स्थगित करना सही था जब तक कि इस तरह से खून के थक्के जमने के मामलों को विश्लेषण नहीं किया जाता था."

अन्य यूरोपीय देशों का क्या रुख है?

फ्रांस, इटली, लातविया, बुल्गारिया और स्लोवेनिया भी ईएमए के दिशा-निर्देश के बाद ऐस्ट्राजेनेका वैक्सीन के साथ आगे बढ़ेंगे. फ्रांस के प्रधानमंत्री जीन कास्टेक्स ने जनता में विश्वास बढ़ाने के लिए शुक्रवार ऐस्ट्राजेनेका वैक्सीन लेने की योजना बनाई है. कास्टेक्स ने कहा, "ऐस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन प्रभावी है, जैसा कि यूरोपीय नियामक की तरफ से रेखांकित किया गया है. इसका सिर्फ तुलनात्मक रूप से दुर्लभ दुष्प्रभाव है."

इटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रागी ने कहा है कि ऐस्ट्राजेनेका वैक्सीन शुक्रवार से बहाल होगी, साथ ही उन्होंने कहा कि "सरकार की प्राथमिकता कम से कम समय में अधिक से अधिक टीकाकरण कराने की है." ईएमए के निदेशक एमर कुक ने बताया है उनकी जांच में ऐस्ट्राजेनेका की वैक्सीन का खून के थक्के जमने से कोई संबंध नहीं मिला है. उनके मुताबिक टीका प्रभावी है.

दूसरी ओर डब्ल्यूएचओ ने दोहराया है कि वह ऐस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन के उपयोग की सिफारिश करता है क्योंकि इसके जोखिमों पर इसका लाभ भारी पड़ता है. डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा, "कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण से किसी अन्य बीमारी या किन्हीं अन्य वजहों के चलते होने वाली मौत का जोखिम कम नहीं होगा. खून के थक्के जमने की घटनाएं अकसर होती रहती हैं. वेनस थ्रोम्बोम्बोलिज्म विश्व स्तर पर दिल की तीसरी सबसे बड़ी आम बीमारी है."

एए/सीके (डीपीए, एएफपी)

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